

ऋषभ पंत जल्द ही मैदान पर वापसी करने वाले हैं। इंग्लैंड दौरे पर लगी चोट के बाद लंबा रिहैब पूरा कर चुके पंत के 25 अक्टूबर से शुरू होने वाले रणजी ट्रॉफी मैच में दिल्ली की ओर से खेलने की संभावना है। वह हिमाचल प्रदेश के खिलाफ एलीट ग्रुप डी मुकाबले में नजर आ सकते हैं।
ऋषभ पंत (Img: Internet)
New Delhi: जहां एक ओर दिल्ली में भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज़ का दूसरा मैच जारी है, वहीं दूसरी ओर भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक राहत भरी खबर सामने आई है। टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋषभ पंत एक बार फिर मैदान पर उतरने के लिए तैयार हैं। लंबी चोट और पुनर्वास के बाद अब उनके 2025-26 रणजी ट्रॉफी सीज़न में दिल्ली की ओर से खेलने की उम्मीद है।
मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ऋषभ पंत 25 अक्टूबर से हिमाचल प्रदेश के खिलाफ शुरू हो रहे एलीट ग्रुप डी मुकाबले में दिल्ली टीम का हिस्सा बन सकते हैं। यह मुकाबला रणजी ट्रॉफी 2025-26 सीज़न का हिस्सा होगा। पंत पिछले लगभग तीन महीनों से प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट से बाहर हैं, लेकिन अब उन्होंने नेट प्रैक्टिस शुरू कर दी है और फिटनेस टेस्ट भी पास कर लिया है।
ऋषभ पंत (Img: Internet)
पंत को इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान पैर में फ्रैक्चर हो गया था। इस चोट के कारण उन्हें सीरीज़ बीच में ही छोड़नी पड़ी थी और इसके बाद वे बेंगलुरु स्थित बीसीसीआई के नेशनल क्रिकेट एकेडमी में रिहैबिलिटेशन के लिए भेजे गए थे। वहीं उन्होंने पिछले कुछ हफ्तों में नेट प्रैक्टिस शुरू की और अब मेडिकल टीम ने उन्हें पूरी तरह फिट घोषित कर दिया है।
दिल्ली ने रणजी ट्रॉफी 2025-26 के पहले दो मैचों के लिए 25 सदस्यीय स्क्वाड की घोषणा की है, जिसमें नितीश राणा की वापसी भी शामिल है। राणा दो सीज़न तक उत्तर प्रदेश के लिए खेले थे और अब फिर दिल्ली लौटे हैं। पहले मैच में आयुष बदोनी को कप्तान नियुक्त किया गया है, लेकिन अगर पंत फिट होते हैं, तो दूसरे मुकाबले से उन्हें कप्तानी सौंपी जा सकती है। दिल्ली टीम में पंत का अनुभव और नेतृत्व रणजी अभियान के लिए अहम साबित हो सकता है।
भारतीय टीम नवंबर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज़ खेलेगी, जो 14 से 26 नवंबर के बीच निर्धारित है। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि अगर पंत रणजी में अच्छा प्रदर्शन करते हैं और अपनी फिटनेस साबित करते हैं, तो वह इस टेस्ट सीरीज़ में भारतीय टीम में वापसी कर सकते हैं। उनकी वापसी से भारत को एक अनुभवी बल्लेबाज़ और एक भरोसेमंद विकेटकीपर का विकल्प मिलेगा।