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भारत में क्रिकेट के दीवानों का जुनून देखने लायक रहता है। रांची में एक फैन ने विराट कोहली के पैरों को छूने तक की हिम्मत दिखाई, लेकिन यह सिर्फ शुरुआत थी। बॉलीवुड की एक बोल्ड अभिनेत्री ने तो धोनी और उनकी टीम के लिए स्टेडियम में कुछ ऐसा करने की बात कही जिसे सुनकर हर कोई दंग रह गया था।
एमएस धोनी (Img: Internet)
New Delhi: भारत में क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, बल्कि एक तरह का धर्म बन चुका है। देश के फैंस अपने पसंदीदा खिलाड़ियों के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं, और कई बार इस दीवानगी का नजारा मैदान पर देखकर लोगों की आंखें खुली की खुली रह जाती हैं। रांची वनडे में तो एक फैन विराट कोहली के पैर छूने तक पहुंच गया था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस जुनून की हदें और भी अजीब और चौंकाने वाली तब रही, जब भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और उनकी टीम के लिए बॉलीवुड अभिनेत्री ने स्टेडियम में ऐसा करने की बात कह दी थी, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया था।
ऐसा ही एक उदाहरण बॉलीवुड एक्ट्रेस पूनम पांडे का है। उन्होंने 2011 वर्ल्ड कप के दौरान एक बेहद अजीब और चौंकाने वाला वादा किया था। मोहाली में पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल मैच से पहले पूनम ने कहा कि अगर भारत फाइनल जीतकर ट्रॉफी उठाता है, तो वह हजारों फैंस के सामने न्यूड होने को तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) अनुमति दे, तो वह खिलाड़ियों के ड्रेसिंग रूम में भी ऐसा करने को तैयार हैं।
पूनम पांडे (Img: Internet)
2011 वर्ल्ड कप में, महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने ट्रॉफी जीतकर 1983 के वर्ल्ड कप का इतिहास दोहराया। धोनी, जो आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा हैं, फैंस के बीच ‘थाला’ के रूप में पूजनीय हैं। उनके चाहने वाले उन्हें भगवान की तरह आदर देते हैं। कुछ फैंस अपने पसंदीदा खिलाड़ियों के कटआउट पर दूध चढ़ाते हैं, कुछ हवन करते हैं, तो कुछ बड़े मुकाबलों से पहले प्रार्थना सभाएं भी आयोजित करते हैं।
हालांकि, पूनम पांडे का वादा पूरा नहीं हो सका। BCCI ने स्पष्ट कर दिया कि स्टेडियम या प्लेयर्स के ड्रेसिंग रूम में ऐसा करने की अनुमति नहीं है। भारतीय टीम ने 28 साल बाद वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रच दिया, लेकिन पूनम का वादा केवल चर्चा का विषय बनकर रह गया। इसके बावजूद, यह घटना दर्शाती है कि भारतीय क्रिकेट फैंस कितने जुनूनी और अपने क्रिकेटरों के प्रति कितने समर्पित हैं।
भारत में क्रिकेट केवल खेल नहीं, बल्कि जुनून और संस्कृति का हिस्सा बन चुका है। फैंस की दीवानगी, चाहे मैदान में हो या सोशल मीडिया पर, इस खेल की लोकप्रियता और खिलाड़ियों की प्रतिष्ठा का सबसे बड़ा प्रमाण है। पूनम पांडे जैसी घटनाएं इसे और रंगीन बनाती हैं, लेकिन भारतीय क्रिकेट के दीवानों की सीमाओं और जिम्मेदारी का भी ध्यान रखना जरूरी है।