

टी20 विश्व कप के एक रोमांचक मुकाबले में, नामीबिया ने दक्षिण अफ्रीका को 4 विकेट से हरा दिया, जो प्रोटियाज़ पर उनकी पहली जीत और किसी एसोसिएट देश के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका की पहली टी20 हार थी। एक सच्ची अंडरडॉग जीत।
नामीबिया ने अफ्रीका को दी मात
New Delhi: क्रिकेट की दुनिया में, कुछ ऐसे पल आते हैं जो अमिट छाप छोड़ जाते हैं। ऐसा ही एक मामला तब हुआ जब नामीबिया ने दिग्गज दक्षिण अफ्रीका को एक टी20 मैच में हरा दिया। यह जीत न केवल नामीबियाई क्रिकेट के लिए, बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए भी एक ऐतिहासिक क्षण बन गई।
इस मैच में डोनोवन फरेरा ने दक्षिण अफ्रीका की कप्तानी की। पहले बल्लेबाजी करते हुए, दक्षिण अफ्रीका बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहा और केवल 134 रन ही बना सका। टीम के सबसे सफल बल्लेबाज जेसन स्मिथ रहे, जिन्होंने 31 रन बनाए।
नामीबिया के गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की, खासकर रूबेन ट्रम्पेलमैन ने, जिन्होंने 4 ओवर में 28 रन देकर 3 विकेट लिए और विपक्षी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाए रखा।
135 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए नामीबिया की शुरुआत निराशाजनक रही। टीम ने 84 रनों पर पाँच विकेट खो दिए थे और ऐसा लग रहा था कि दक्षिण अफ्रीका आसानी से मैच जीत जाएगा। लेकिन नामीबिया की विकेटकीपर-बल्लेबाज जेन ग्रीन ने मोर्चा संभाला।
दबाव में, जेन ग्रीन ने 23 गेंदों पर नाबाद 30 रन बनाए, टीम को हार के कगार से बचाते हुए ऐतिहासिक जीत दिलाई। रुबेन ट्रम्पेलमैन भी उनके साथ मैदान पर रहे और 11 रन बनाकर नाबाद रहे। नामीबिया की जीत की सराहना करते हुए उत्साहित दर्शक
आखिरी ओवर में नामीबिया को जीत के लिए 11 रन चाहिए थे:
ग्रीन ने पहली गेंद पर छक्का लगाया।
दूसरी और तीसरी गेंद पर क्रमशः 1 और 2 रन बने।
चौथी गेंद पर एक और रन बना, जिससे स्कोर बराबरी पर आ गया।
पाँचवीं गेंद डॉट रही, यानी कोई रन नहीं बना।
ग्रीन ने आखिरी और छठी गेंद पर शानदार चौका लगाकर जीत पक्की कर दी।
यह मैच इसलिए भी खास है क्योंकि यह पहली बार था जब दक्षिण अफ्रीका टी20 क्रिकेट में किसी एसोसिएट देश से हारा था। इससे पहले, नामीबिया ने श्रीलंका, ज़िम्बाब्वे और आयरलैंड जैसी टेस्ट खेलने वाली टीमों को हराया था।
नामीबिया की जीत टीम की गहराई और आत्मविश्वास को दर्शाती है। उन्होंने हाल ही में 2026 टी20 विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया है, और यह जीत उनके आत्मविश्वास को और बढ़ाएगी।
यह मैच क्रिकेट प्रेमियों के लिए यादगार रहा। नामीबिया की जीत ने साबित कर दिया कि छोटे देश भी बड़े उलटफेर कर सकते हैं। यह मैच खेल भावना, रणनीति और साहस का एक आदर्श उदाहरण था, जिसने दिखाया कि क्रिकेट में कुछ भी संभव है।