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हांगकांग सिक्सेस 2025 में टीम इंडिया को बड़ा झटका लगा, जब अनुभवी खिलाड़ियों से सजी भारतीय टीम को कुवैत ने हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। कप्तान दिनेश कार्तिक की कप्तानी में हुई रणनीतिक भूल और बल्लेबाज़ों की नाकामी ने भारत की हार तय कर दी।
टीम इंडिया (Img: X)
Mong Kok: क्रिकेट की दुनिया में टीम इंडिया का दबदबा हमेशा चर्चा का विषय रहा है, लेकिन हांगकांग सिक्सेस 2025 में भारतीय टीम को बड़ा झटका लगा है। अनुभवी खिलाड़ियों से सजी टीम इंडिया को कुवैत जैसी उभरती टीम ने हराकर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। इस अप्रत्याशित हार ने सबको चौंका दिया और भारत अब अंक तालिका में पाकिस्तान से पीछे चला गया है। रॉबिन उथप्पा, दिनेश कार्तिक और स्टुअर्ट बिन्नी जैसे वरिष्ठ खिलाड़ी इस मैच में पूरी तरह असफल रहे।
मैच की शुरुआत भारत के लिए आशाजनक रही थी। कप्तान दिनेश कार्तिक ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी का फैसला किया और भारतीय गेंदबाज़ों ने शुरुआती ओवरों में कुवैत के बल्लेबाज़ों पर दबाव बनाया। चौथे ओवर तक कुवैत ने 38 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे, जिससे भारत मजबूत स्थिति में दिख रहा था।
🚨 Big win for Kuwait against India in the Hong Kong Super Sixes! 🔥🇰🇼🇮🇳
They beat India by 27 runs. 🤯#HongKongSixes pic.twitter.com/09l5VyIje2
— ICC Asia Cricket (@ICCAsiaCricket) November 8, 2025
हालांकि इसके बाद एक बड़ी रणनीतिक गलती हुई। कप्तान कार्तिक ने अगला ओवर प्रियांक पांचाल को सौंप दिया। इस ओवर में कुवैत के बल्लेबाज़ों ने जमकर हमला बोला, लगातार पांच छक्के लगाए और कुल 32 रन बटोरे। इससे पहले खुद कार्तिक ने अपने ओवर में 23 रन खर्च कर दिए थे।
कुवैत ने अंतिम दो ओवरों में विस्फोटक बल्लेबाज़ी करते हुए स्कोर को 106 रन (6 ओवर, 5 विकेट) तक पहुंचा दिया। टीम के कप्तान यासीन पटेल ने 14 गेंदों में 8 छक्कों की मदद से 58 रनों की तूफ़ानी पारी खेली, जिसने भारत की उम्मीदों को झटका दिया।
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लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम की शुरुआत बेहद खराब रही। पहले ही ओवर में अनुभवी रॉबिन उथप्पा बिना खाता खोले आउट हो गए। कप्तान दिनेश कार्तिक ने भी केवल 8 रन का योगदान दिया, जबकि ऑलराउंडर स्टुअर्ट बिन्नी महज़ 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
भारतीय बल्लेबाज़ लगातार दबाव में रहे और कुवैती गेंदबाज़ों ने उन्हें खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया। अभिमन्यु मिथुन ने 26 रन और शाहबाज़ नदीम ने 19 रन बनाकर संघर्ष करने की कोशिश की, लेकिन बाकी बल्लेबाज़ पूरी तरह फ्लॉप रहे।
भारत की पूरी टीम 5.4 ओवर में सिर्फ 79 रन पर सिमट गई और मैच 27 रनों से गंवा बैठी। कुवैत के कप्तान यासीन पटेल ने गेंद से भी शानदार प्रदर्शन करते हुए 3 विकेट चटकाए और अपनी टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई।
इस करारी हार के साथ ही भारत हांगकांग सिक्सेस 2025 से बाहर हो गया है। टीम की इस हार ने कई सवाल खड़े किए हैं, खासकर टीम चयन और कप्तानी के फैसलों पर। अनुभवी खिलाड़ियों से सजी टीम का इतनी आसानी से हार जाना निराशाजनक रहा।
अब क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि भारतीय टीम इस हार से क्या सबक लेती है और आगामी टूर्नामेंटों में अपने प्रदर्शन में कैसे सुधार करती है। कुवैत की यह जीत न केवल ऐतिहासिक रही बल्कि यह भी दिखाती है कि आधुनिक क्रिकेट में कोई टीम अब “कमज़ोर” नहीं कही जा सकती।