New Delhi: भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी और निर्णायक मैच ओवल के मैदान पर खेला गया। यह मुकाबला किसी रोमांचक फिल्म से कम नहीं ता। आखिरी दिन का खेल सांसें रोक देने वाला था, और अंत में भारत ने 6 रन से ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सीरीज 2-2 से बराबर कर दी। इस मुकाबले में जहा भारतीय गेंदबाजों ने कमाल दिखाया, वहीं इंग्लैंड के खिलाड़ी क्रिस वोक्स ने घायल अवस्था में बल्लेबाजी कर फैंस का दिल जीत लिया।
वोक्स टूटे हाथ के साथ मैदान पर उतरे
ओवल टेस्ट के दौरान गेंदबाजी करते हुए क्रिस वोक्स के हाथ में गंभीर चोट लग गई थी। उन्हें मैदान से बाहर ले जाना पड़ा और बाद में यह साफ हुआ कि वे सीरीज से बाहर हो चुके हैं। वे इंग्लैंड की दूसरी पारी में गेंदबाजी करने भी नहीं उतरे। ऐसे में जब इंग्लैंड की टीम 9 विकेट खो चुकी थी और मैच लगभग हाथ से निकलने को था, वोक्स ने मैदान पर उतरने का फैसला किया।
Unbreakable spirit. All heart ❤️
Chris Woakes walks out to bat for England 🙌
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— ICC (@ICC) August 4, 2025
उनके एक हाथ में प्लास्टर बंधा हुआ था और बल्ला थामना भी मुश्किल लग रहा था, फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने एक हाथ से बल्ला थामा और विकेटों के बीच दौड़कर रन लेने की कोशिश की। यह जज़्बा न केवल प्रशंसनीय था, बल्कि खेल भावना की मिसाल भी बन गया।
आखिरी पलों में सिराज ने पलटा पासा
चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक इंग्लैंड को जीत के लिए 35 रन और भारत को 4 विकेट की दरकार थी। मुकाबला बेहद कांटे का हो गया था। एटकिंसन ने निचले क्रम में अच्छी बल्लेबाजी करते हुए स्कोर को लक्ष्य के करीब पहुंचाया और ज्यादातर समय स्ट्राइक अपने पास ही रखी। वे वोक्स को बल्लेबाजी से बचा रहे थे ताकि चोटिल खिलाड़ी को खतरे में न डाला जाए।
इसी बीच, मोहम्मद सिराज ने भारत को ब्रेकथ्रू दिलाया। उन्होंने एक सटीक गेंद से एटकिंसन को क्लीन बोल्ड कर दिया और इंग्लैंड की पारी 367 रनों पर समाप्त हो गई। इंग्लैंड जीत से सिर्फ 6 रन दूर रह गया।
SIRAJ WILL BE REMEMBERED FOR HIS LION-HEARTED SHOW. 🦁🇮🇳 pic.twitter.com/IM4VSKd98u
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) August 4, 2025
सिराज बने जीत के हीरो
इस मैच में मोहम्मद सिराज ने निर्णायक भूमिका निभाई। उन्होंने अंतिम विकेट लेकर भारत को एक यादगार जीत दिलाई। उनके साथ-साथ जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा की गेंदबाजी भी मैच में निर्णायक साबित हुई।
इस जीत के साथ भारत ने न केवल ओवल में एक शानदार वापसी की, बल्कि टेस्ट सीरीज को 2-2 से बराबरी पर खत्म कर सम्मान भी बचाया। वहीं वोक्स का साहस आने वाले समय में खेल भावना की मिसाल बना रहेगा।

