T20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया गया है, जिसमें खराब फॉर्म के चलते शुभमन गिल को बाहर कर दिया गया है। उनकी जगह शानदार घरेलू प्रदर्शन करने वाले ईशान किशन को ओपनर के तौर पर टीम में शामिल किया गया है। इस उलटफेर ने कई सवाल खड़े किए हैं।

शुभमन गिल और ईशान किशन (Img: Internet)
New Delhi: T20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम का आधिकारिक ऐलान कर दिया गया है और चयन ने क्रिकेट फैंस को चौंका दिया है। इस बार शुभमन गिल को टीम से बाहर कर दिया गया है, जबकि उनकी जगह ईशान किशन को बतौर ओपनर स्क्वाड में शामिल किया गया है। चयन समिति ने साफ संकेत दिया है कि मौजूदा फॉर्म को प्राथमिकता दी गई है, न कि सिर्फ नाम और पिछली उपलब्धियों को।
शुभमन गिल की T20 टीम से छुट्टी की सबसे बड़ी वजह उनका लगातार खराब प्रदर्शन रहा। T20 इंटरनेशनल में वापसी के बाद गिल को लगातार मौके मिले, लेकिन वह इन मौकों को भुना नहीं सके। उन्होंने कुल 15 पारियां खेलीं, लेकिन एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए। इस दौरान उनका सर्वोच्च स्कोर 47 रन रहा। ओपनर के तौर पर उनसे तेज और प्रभावशाली शुरुआत की उम्मीद थी, जो वह लगातार देने में नाकाम रहे।
गिल की बल्लेबाजी में न तो निरंतरता दिखी और न ही वह बड़े स्कोर में पारी को बदल सके। पावरप्ले में स्ट्राइक रेट और दबाव में रन बनाने की क्षमता चयनकर्ताओं के लिए चिंता का विषय बन गई। यही वजह रही कि वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट से पहले चयन समिति ने कड़ा फैसला लेते हुए उन्हें बाहर रखने का निर्णय लिया।
ईशान किशन के लिए पिछले कुछ महीने किसी रोलर-कोस्टर से कम नहीं रहे। लगभग दो साल तक भारतीय टीम से बाहर रहने के साथ-साथ उन्हें कई विवादों का भी सामना करना पड़ा। हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर वापसी का रास्ता तैयार किया।
🚨 ISHAN KISHAN HAS BEEN SELECTED FOR THE 2026 T20 WORLD CUP…!!! 🚨 pic.twitter.com/pgnPLlxO36
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) December 20, 2025
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (SMAT) के फाइनल में ईशान किशन का शतक उनके करियर का बड़ा मोड़ साबित हुआ। इस शानदार पारी की बदौलत झारखंड ने ऐतिहासिक खिताब जीता। इसी प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा और ईशान को न सिर्फ न्यूजीलैंड दौरे, बल्कि T20 वर्ल्ड कप टीम में भी जगह दिला दी।
ईशान किशन को एक आक्रामक ओपनर और विकेटकीपर के तौर पर देखा जा रहा है। उनकी तेज शुरुआत देने की क्षमता और बाएं हाथ की बल्लेबाजी टीम को टॉप ऑर्डर में संतुलन प्रदान करती है। वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंट में उनका निडर अंदाज़ भारत के लिए बड़ा हथियार साबित हो सकता है।
इस चयन से साफ है कि टीम मैनेजमेंट ने वर्ल्ड कप के लिए फॉर्म और मैच-विनिंग क्षमता को सबसे ऊपर रखा है। अब देखना दिलचस्प होगा कि यह फैसला भारत को वर्ल्ड कप में कितनी सफलता दिला पाता है।
भारतीय स्क्वाड में सूर्यकुमार यादव (कप्तान), अभिषेक शर्मा, संजू सैमसन (विकेटकीपर), तिलक वर्मा, शिवम दुबे, ईशान किशन (विकेटकीपर), रिंकू सिंह, हार्दिक पांड्या, वॉशिंगटन सुंदर, अक्षर पटेल (उप-कप्तान), वरुण चक्रवर्ती, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा शामिल हैं।