हिंदी
मुल्लांपुर में इतिहास रचने उतरे तीन पंजाबी सितारों की शामत आ ही गई। अपने ही घरेलू मैदान पर खेल रहे ये खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका के तेज़-तर्रार हमले के सामने पूरी तरह बिखर गए। घरेलू दर्शक उम्मीदों से भरी आंखें लेकर आए थे, लेकिन मैदान पर जो हुआ, उसने उन्हें निराश किया।
3 पंजाबी खिलाड़ी पंजाब में फेल (Img: Internet)
Chandigarh: पंजाब के न्यू चंडीगढ़ स्थित मुल्लांपुर ने पहली बार पुरुषों के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच की मेजबानी की। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पांच मैचों की T20 सीरीज का दूसरा मुकाबला महाराजा यादविंद्र सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया। इस ऐतिहासिक मैच में भारतीय टीम में तीन पंजाबी खिलाड़ी शामिल थे, जिनसे स्थानीय दर्शकों को काफी उम्मीदें थीं। लेकिन अफसोस, पहली ही इंटरनेशनल मैच की मेजबानी का जश्न तीनों खिलाड़ियों के फीके प्रदर्शन से निराशा में बदल गया।
भारतीय टीम के तीन पंजाबी सितारे अर्शदीप सिंह, शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा अपने घरेलू मैदान पर प्रभाव छोड़ने में पूरी तरह नाकाम रहे। यह वही मैदान है जहां वे वर्षों से घरेलू क्रिकेट खेलते आए हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मैच के मंच पर उनका प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया। मुल्लांपुर के दर्शक अपने स्टार खिलाड़ियों से धमाकेदार प्रदर्शन की अपेक्षा कर रहे थे, लेकिन यह मैच उनके लिए निराशा की कहानी बन गया।
सबसे पहले बात अर्शदीप सिंह की, जिनकी गेंदबाजी इस मैच में बेहद निराशाजनक रही। उन्होंने अपने चार ओवर में बिना विकेट लिए 54 रन लुटा दिए। इससे भी अधिक शर्मनाक उनके एक ओवर में फेंकी गई 13 गेंदें थीं, जिसमें सात वाइड शामिल थीं। यह आंकड़ा एक शर्मनाक विश्व रिकॉर्ड बन गया। जिस गेंदबाज ने कभी डेथ ओवर्स में अपने लाइन-लेंथ से विपक्षी टीमों को परेशान किया, वही अपने घरेलू मैदान पर नियंत्रण ही खो बैठा।
Arshdeep Singh 🫣🫣 pic.twitter.com/gBuNJdfbwK
— RVCJ Media (@RVCJ_FB) December 11, 2025
बैटिंग की बात करें तो शुभमन गिल अपनी पहली ही गेंद पर आउट होकर पवेलियन लौट गए। उनके आउट होने के तुरंत बाद अभिषेक शर्मा भी अपना विकेट गंवा बैठे और टीम की शुरुआत की रीढ़ टूट गई। लगातार दूसरे मैच में दोनों ही खिलाड़ियों का फ्लॉप रहना टीम प्रबंधन के लिए चिंता का विषय है। इनके खराब प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया पर फिर से संजू सैमसन को लेकर बहस तेज हो गई है। कई फैंस का मानना है कि संजू को ओपनिंग स्लॉट से हटाना और अब पूरी प्लेइंग इलेवन से बाहर करना बड़ा गलत फैसला है।
तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का प्रदर्शन भी इस मैच में उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। बुमराह ने अपने पूरे T20 इंटरनेशनल करियर में पहली बार किसी मैच में चार छक्के खाए। यह उनके 82 मैचों के T20I करियर में कभी नहीं हुआ था। बुमराह को इस मैच में एक भी विकेट नहीं मिला, और दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों ने उनके अनुभव को पूरी तरह मात दे दी।
मुल्लांपुर में इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरुआत शानदार हो सकती थी, लेकिन तीन पंजाबी खिलाड़ियों की असफलता और बुमराह की नाकामी ने इस ऐतिहासिक मैच को टीम इंडिया के लिए एक बुरे सपने में बदल दिया। घरेलू मैदान पर मिली यह शिकस्त स्थानीय दर्शकों के लिए भी निराशाजनक रही, जो अपने सितारों को चमकते देखने आए थे।