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भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा वनडे 23 अक्टूबर को एडिलेड में खेला जाएगा, जहां ऑस्ट्रेलिया ने तीन बड़े बदलाव कर अपनी टीम को और भी मजबूत बना लिया है। जिसकी वजह से टीम इंडिया की टेंशन बढ़ गई है। अब सवाल है कि क्या शुभमन गिल की टीम इस मुकाबले में वापसी कर पाएगी?
ऑस्ट्रेलियाई टीम में बदलाव से बढ़ेगी गिल की टेंशन (Img: Internet)
Adelaide: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा वनडे मुकाबला 23 अक्टूबर 2025 को एडिलेड ओवल में खेला जाएगा। पर्थ में खेला गया पहला वनडे बारिश से प्रभावित रहा, लेकिन फिर भी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने उसे अपने नाम किया। इस हार के साथ शुभमन गिल की कप्तानी का आगाज निराशाजनक रहा। अब उनका लक्ष्य अगले दो मुकाबलों में जीत दर्ज कर सीरीज को पलटना होगा, लेकिन यह आसान नहीं होने वाला।
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने दूसरे और तीसरे वनडे के लिए तीन अहम बदलाव किए हैं, जिससे उनकी टीम पहले से अधिक संतुलित और मज़बूत नज़र आ रही है। पहले वनडे के लिए ऑस्ट्रेलिया ने 14 सदस्यीय टीम का ऐलान किया था, लेकिन अब टीम में एलेक्स कैरी, जोश इंग्लिस और एडम ज़म्पा को शामिल कर इसे 16 खिलाड़ियों तक बढ़ा दिया गया है।
पहले मैच में जोश फिलिप ने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी निभाई थी, क्योंकि इंग्लिस और कैरी दोनों उपलब्ध नहीं थे। लेकिन अब जोश फिलिप को बाहर कर दिया गया है और दो अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज टीम में लौट आए हैं। इसके साथ ही, स्पिन विभाग को मज़बूती देने के लिए एडम ज़म्पा की वापसी की गई है।
तीन नए खिलाड़ियों की वापसी के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले वनडे की तुलना में ज़्यादा संतुलित दिख रही है। बल्लेबाजी क्रम में गहराई आई है और गेंदबाजी में भी विविधता देखने को मिलेगी। कैरी और इंग्लिस की मौजूदगी से विकेटकीपिंग विकल्पों में भी लचीलापन बढ़ा है।
दूसरे मैच के लिए ऑस्ट्रेलिया की संभावित प्लेइंग इलेवन में बदलाव की संभावना है। जोश फिलिप और मैथ्यू कुहनेमन की जगह जोश इंग्लिस और एडम ज़म्पा को अंतिम एकादश में जगह मिल सकती है।
ट्रैविस हेड, मैथ्यू शॉर्ट, मिशेल मार्श, जोश इंग्लिस (विकेटकीपर), मैट रेनशॉ, कूपर कोनोली, मिशेल ओवेन, नाथन एलिस, जोश हेज़लवुड, मिशेल स्टार्क, एडम ज़म्पा।
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अब जब ऑस्ट्रेलिया अपनी मजबूत टीम के साथ मैदान पर उतरेगा, भारत के लिए यह मुकाबला और भी कठिन हो जाएगा। शुभमन गिल को अपने नेतृत्व में नई रणनीति के साथ उतरना होगा और सीनियर खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करनी होगी। एडिलेड का मैदान भले ही भारत के लिए अनुकूल रहा हो, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की नई ताकत को हल्के में नहीं लिया जा सकता।