

केरल के पलक्कड़ जिले से एक ऐसा बयान सामने आया है, जिसने राजनीति की गलियारों में सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
पलक्कड़ भाजपा विवाद
पलक्कड़: केरल के पलक्कड़ जिले से एक ऐसा बयान सामने आया है, जिसने राजनीति की गलियारों में सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। बता दें कि, BJP के वरिष्ठ नेता और वर्तमान पार्षद एन. शिवराजन ने देश के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को लेकर विवादित टिप्पणी करते हुए कहा है कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और एनसीपी को अपने-अपने झंडे बदलने चाहिए, क्योंकि वे भारत के झंडे से मिलते-जुलते हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, उनका यह बयान उस वक्त आया जब बीजेपी ने पलक्कड़ के अंचुविलक्कू जंक्शन पर एलडीएफ और यूडीएफ के खिलाफ 'भारत माता के अपमान' को लेकर एक सार्वजनिक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था।
बीजेपी नेता एन. शिवराजन
लेकिन शिवराजन यहीं नहीं रुके। उन्होंने सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर उन्हें भारतीय इतिहास की समझ नहीं है, तो वे ‘इटली का झंडा फहराएं।’ यही नहीं, उन्होंने केरल के शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी को “शावनकुट्टी” कहकर अपमानित किया, जिसे मलयालम की भाषा में एक बेहद नीच शब्द माना जाता है।
जैसे ही उनका बयान सामने आया, कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर विरोध मार्च निकाला। फिर CPM भी मैदान में कूद पड़ी और पूरे शहर में तनाव फैल गया। कांग्रेस ने शिवराजन के खिलाफ राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। पार्टी की ओर से पालक्काड़ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सी.वी. सतीश ने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि यह सीधा राष्ट्रीय ध्वज का अपमान है और देश की एकता और संप्रभुता पर हमला है। इस बयान को लेकर जिला पुलिस प्रमुख को भी शिकायत सौंप दी गई है, और प्रशासन पर अब दबाव है कि वे शिवराजन पर कड़ी कानूनी कार्रवाई करें।
इस पूरे मामले में खास बात यह है कि पत्रकार किशोर जैन ने खुद शिवराजन से फोन पर बात की, जिसमें शिवराजन ने दो टूक कहा कि “मैं जो कहा, वह पार्टी की राष्ट्रवादी सोच का हिस्सा है। तिरंगे की नकल करना राजनीतिक पाखंड है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि “देश के झंडे को लेकर कोई समझौता नहीं होगा, चाहे कोई नाराज़ हो या आहत।”
बता दें कि, तमिलनाडु के कोयंबटूर से महज 40 किमी दूर पालक्काड़ है। यहां का माहौल पहले से ही राजनीतिक रूप से गर्माया हुआ है। अब शिवराजन के इस बयान से इलाके में तनाव और बढ़ गया है। ऐसे में आने वाले समय में यह मामला राज्य स्तर से बढ़कर राष्ट्रीय बहस का मुद्दा बन सकता है।