गोरखपुर: सपा नेता विनय शंकर तिवारी को मिली जमानत, भाई ने लगाया ‘विद्वेषपूर्ण गिरफ्तारी’ का आरोप

गोरखपुर में सपा नेता विनय शंकर तिवारी को जमानत मिल गयी हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

गोरखपुर: समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता और पूर्व मंत्री पंडित हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी को बैंक लोन और धोखाधड़ी के मामले में बड़ी राहत मिली है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा गिरफ्तार किए गए विनय शंकर तिवारी को कोर्ट ने जमानत दे दी है। इस मामले में उनके साथ-साथ अजीत पांडे को भी जमानत मिली है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसारलेकिन इस जमानत के पीछे की कहानी में है एक नया ट्विस्ट के मुताबिक विनय के भाई कुशल तिवारी ने दावा किया है कि यह गिरफ्तारी 'विद्वेष की भावना' से प्रेरित थी। कुशल के मुताबिक, इस मामले में विनय शंकर तिवारी को पहले ही नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) और नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) से राहत मिल चुकी थी। फिर भी, ED ने कार्रवाई कर उन्हें हिरासत में लिया, जिसे कुशल ने 'राजनीतिक साजिश' करार दिया है।

क्या है मामला?

ED ने विनय शंकर तिवारी पर बैंक लोन से जुड़े धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे। जांच एजेंसी का दावा था कि इस मामले में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताएं हुई हैं। हालांकि, कुशल तिवारी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उनके भाई को पहले ही कानूनी राहत मिल चुकी थी और यह कार्रवाई केवल 'राजनीतिक बदले' की भावना से की गई। जमानत के बाद सियासी हलचल विनय शंकर तिवारी की जमानत ने एक बार फिर पूर्वांचल की सियासत में हलचल मचा दी है। पंडित हरिशंकर तिवारी के परिवार का इस क्षेत्र में लंबे समय से दबदबा रहा है, और इस घटनाक्रम ने सपा समर्थकों के बीच उत्साह पैदा किया है। वहीं, कुशल तिवारी के बयान ने इस मामले को और भी रोचक बना दिया है, क्योंकि उन्होंने इसे 'राजनीतिक प्रतिशोध' का हिस्सा बताया है।

अब क्या?

जमानत मिलने के बाद विनय शंकर तिवारी और अजीत पांडे अब इस मामले में अगली कानूनी रणनीति पर काम करेंगे। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह मामला यहीं थमेगा, या फिर पूर्वांचल की सियासत में और नए रंग भरेगा? कुशल तिवारी के आरोपों ने इस केस को नया मोड़ दे दिया है और अब सबकी नजरें इस बात पर हैं कि इस सियासी ड्रामे का अगला अध्याय क्या होगा।

Location : 
  • Gorakhpur

Published : 
  • 22 May 2025, 2:57 PM IST