

देश को आज़ादी मिलने के बाद पहली बार बिहार की धरती पर कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की ऐतिहासिक बैठक हो रही है। सोनिया गांधी, राहुल गांधी और खरगे समेत 150 से अधिक वरिष्ठ नेता इसमें हिस्सा ले रहे हैं। यह बैठक पार्टी की चुनावी दिशा तय करने में अहम साबित हो सकती है।
बिहार में पहली बार CWC की बैठक
Patna: आज कांग्रेस पार्टी के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। देश को आजादी मिलने के बाद पहली बार कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की बैठक बिहार में आयोजित की जा रही है। पटना में हो रही यह बैठक सुबह 10 बजे से शुरू होकर शाम 4 बजे तक चलेगी। इस खास बैठक में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे सहित देशभर से करीब 150 वरिष्ठ नेता शामिल हो रहे हैं।
कांग्रेस की वर्किंग कमेटी की यह बैठक इसलिए भी खास है क्योंकि इसमें पार्टी के सर्वोच्च नेता भाग ले रहे हैं। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे के अलावा हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया और तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी भी बैठक में उपस्थित हैं। साथ ही, देशभर के प्रदेश अध्यक्षों, वरिष्ठ सांसदों और पदाधिकारियों की मौजूदगी इस बैठक को बेहद अहम बना रही है। ऐसे में यह केवल एक नियमित बैठक नहीं, बल्कि कांग्रेस के लिए एक सामूहिक शक्ति प्रदर्शन और भावी रणनीति का निर्धारण मंच भी है।
बिहार में पहली बार CWC की बैठक
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम का कहना है कि पटना में इस बैठक का आयोजन राज्य कांग्रेस के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने बताया कि बैठक की तैयारी पिछले कई हफ्तों से चल रही थी और आज जब पार्टी का शीर्ष नेतृत्व बिहार में एकत्र हुआ है, तो यह कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणादायी है।
बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने बैठक के मौके पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस समय एक ‘दूसरे स्वतंत्रता संग्राम’ की लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि BJP सत्ता का दुरुपयोग कर रही है, एजेंसियों का गलत इस्तेमाल हो रहा है और चुनावों में “वोट चोरी” जैसी अनुचित रणनीतियां अपनाई जा रही हैं। ऐसे माहौल में यह बैठक कांग्रेस को एक नई दिशा देने का काम करेगी।