

बिहार चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले बीजेपी के नेताओं के बुर्का को लेकर बयानबाजी ने सियासी माहौल को गरमा दिया है। प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल और गन्ना मंत्री कृष्णनंदन ने आयोग से बुर्का पहनने वाली महिलाओं के चेहरे का मिलान कराए जाने की बात की है।
बुर्का विवाद ने पकड़ा तूल
Patna: बिहार में सोमवार को विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा होने वाली है, इसी बीच प्रदेश में बुर्का को लेकर एक नया विवाद उभरा है। बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने चुनाव आयोग की बैठक में इस मुद्दे को उठाया था और कहा कि बुर्का पहनकर आने वाले वोटर्स के चेहरे का मिलान किया जाना चाहिए। इस पर अब बिहार सरकार के गन्ना मंत्री कृष्णनंदन पासवान ने भी बड़ा बयान दिया है, जिससे राज्य में सियासत और भी गरमाई हुई है।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने चुनाव आयोग की बैठक में यह सवाल उठाया था कि बुर्का पहनने वाली महिलाओं के वोटिंग के दौरान चेहरे का मिलान किया जाना चाहिए। उनका मानना था कि इससे चुनाव में पारदर्शिता बनी रहेगी और सही व्यक्ति ही वोट दे सकेगा। दिलीप जायसवाल का कहना था कि पर्दानशीन महिलाओं के वोटिंग प्रक्रिया में हिस्सा लेने के लिए उनके वोटर कार्ड से चेहरे का मिलान किया जाना चाहिए ताकि कोई धोखाधड़ी न हो सके।
बुर्का विवाद ने पकड़ा तूल
दिलीप जायसवाल के बयान के बाद अब बिहार सरकार के गन्ना मंत्री कृष्णनंदन पासवान ने मोतिहारी में इस मुद्दे पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, "प्रदेश अध्यक्ष जी चुनाव आयोग की मीटिंग में बैठे थे और हमारी पार्टी के शीर्ष नेताओं ने कहा है कि चेहरा से मिलान कराकर और वोटिंग कराइए। अगर ऐसा नहीं होता है तो बुर्का चलेगा तो घूंघट भी चलेगा।" पासवान के इस बयान ने सियासत को और भी गरम कर दिया है। उनका यह कहना था कि अगर चुनाव में बुर्का पहनकर वोटिंग की अनुमति दी जाती है तो फिर घूंघट करने वाली महिलाएं भी ऐसा ही अधिकार पा सकती हैं।
दीपावली-छठ और बिहार चुनाव से पहले रेलवे बोर्ड की चौंकाने वाली एडवाइजरी जारी, देखें पूरी लिस्ट
कृष्णनंदन पासवान के बयान के बाद सियासी गलियारों में बवाल मच गया। विपक्षी दलों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और बीजेपी के बयान को मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन करार दिया। जेडीयू और आरजेडी के नेताओं ने बीजेपी के इस बयान को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश करार दिया और कहा कि इस तरह के बयान सिर्फ समाज में विभाजन बढ़ाने का काम करते हैं।
हालांकि, बीजेपी ने गन्ना मंत्री के बयान का समर्थन किया है। पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि उनके बयान का उद्देश्य सिर्फ चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना है। बीजेपी का मानना है कि वोटिंग में शुद्धता और सुरक्षा बनाए रखना महत्वपूर्ण है, ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता न हो। इस मामले में दिलीप जायसवाल और कृष्णनंदन पासवान का एक ही मत है कि चुनाव आयोग को इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
Bihar Polls: बिहार चुनाव को लेकर कांग्रेस का चौंकाने वाला दावा, चुनाव आयोग पर लगाए सनसनीखेज आरोप
सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा होने वाली है। चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद बिहार में चुनावी माहौल और भी गरम हो जाएगा। इस समय चुनावी मुद्दों को लेकर बयानबाजी तेज हो गई है और अब बुर्का विवाद ने सियासी तापमान को और बढ़ा दिया है। विपक्षी दल इस मुद्दे को लेकर बीजेपी पर हमलावर हैं, जबकि बीजेपी इसे चुनावी प्रक्रिया के सुधार के रूप में पेश कर रही है।