

केजरीवाल को एक साल के इंतजार के बाद लोधी एस्टेट में नया सरकारी बंगला मिल गया है। इस बंगले में वे एक टाइप-VII बंगले में रहेंगे, जिसमें चार शयनकक्ष और कार्यालय जैसी सुविधाएं होंगी। इसके साथ शीशमहल नाम से अतिथिगृह बनाने की योजना है।
आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल
New Delhi: मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लगभग एक साल बाद, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को आखिरकार नया सरकारी आवास मिल गया है। यह फैसला दिल्ली हाईकोर्ट में हुई सुनवाई के बाद आया, जहां केजरीवाल ने एक मान्यता प्राप्त राजनीतिक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उपयुक्त आवास का अनुरोध किया था। अब उन्हें 95, लोधी एस्टेट स्थित टाइप VII बंगला अलॉट किया गया है, जहां वे रहेंगे।
इससे पहले, आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार से केजरीवाल को 35, लोधी एस्टेट स्थित बंगला देने का अनुरोध किया था, जो पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के द्वारा उपयोग में लाया जाता था। हालांकि, जुलाई में इस बंगले को केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी को आवंटित कर दिया गया था। इसके बाद केजरीवाल के लिए लंबे समय से उपयुक्त आवास का सवाल बना हुआ था, जिसे अब हल किया गया है।
आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल
सोमवार को दिल्ली सरकार ने केजरीवाल को नया आवास आवंटित होने की जानकारी दी। इस दिन केजरीवाल ने अपने नए आवास का निरीक्षण किया। लोधी एस्टेट स्थित यह नया बंगला अब तक केजरीवाल के आधिकारिक आवास के सवाल पर एक साल से चली आ रही अनिश्चितता को दूर कर देगा।
केजरीवाल को जो नया बंगला अलॉट किया गया है, वह टाइप-VII श्रेणी का है। इन बंगलों में आमतौर पर चार शयनकक्ष, बड़ा लॉन, एक गैरेज, तीन नौकरों के लिए क्वार्टर और कार्यालय के लिए जगह होती है। लगभग 5,000 वर्ग फुट क्षेत्रफल वाले इस बंगले में दो तरफ लॉन और एक कार्यालय भी है, जो उन्हें कार्यस्थल पर काम करने की सुविधा प्रदान करेगा।
केजरीवाल के नए पड़ोसी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर होंगे, जिनके पास बंगला नंबर 97 है। इसके अलावा, बंगला नंबर 94 और 96 को सेना के अधिकारियों के लिए आवंटित किया गया है। राजद की मीसा भारती और कांग्रेस की प्रियंका गांधी भी दूर नहीं रहतीं, जिनके पास क्रमशः बंगला 82 और 81 स्थित हैं। इस प्रकार, लोधी एस्टेट क्षेत्र राजनीतिक नेताओं का एक प्रमुख केंद्र बन चुका है।
17 सितंबर, 2024 को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद से अरविंद केजरीवाल को कोई स्थायी सरकारी आवास नहीं मिला था। 4 नवंबर को उन्होंने 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित अपने आधिकारिक आवास को छोड़ दिया, जिसके बाद वे अस्थायी रूप से पंजाब से आप के राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल के घर पर रहने लगे थे। हालांकि, केंद्र सरकार ने दिल्ली हाईकोर्ट से कहा था कि उन्हें 10 दिनों के भीतर आधिकारिक आवास मिल जाएगा, जो अब जाकर पूरा हुआ है।