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राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस की 30वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में तीन माह के विशेष अभियान के अंतर्गत महेश सेवा समिति द्वारा संचालित महेश पब्लिक स्कूल में आज एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष अभय जैन ने की।


अभय जैन ने अपने संबोधन में बताया कि स्थाई लोक अदालतें जन-उपयोगी सेवाओं से जुड़े विवादों का सबसे तेज और सरल समाधान प्रदान करती हैं। उन्होंने कहा कि जल आपूर्ति, बिजली, परिवहन, स्वास्थ्य, आवास, शिक्षा, शहरी स्वच्छता, सड़क मरम्मत, आवारा पशु नियंत्रण और कचरा प्रबंधन जैसी समस्याओं के समाधान में स्थाई लोक अदालतें त्वरित और प्रभावी भूमिका निभा रही हैं।



जैन ने बताया कि आमजन को केवल एक सरल आवेदन पत्र भरकर अपनी समस्या दर्ज करानी होती है। इसके बाद स्थाई लोक अदालत न्यायिक निर्णय के माध्यम से समस्या का समाधान सुनिश्चित करती है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे स्वयं जागरूक बनें और अपने मोहल्ले और शहर में भी जागरूकता फैलाएं।



कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती मां के चित्र पर दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इस अवसर पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण विशाल भार्गव, मजिस्ट्रेट नागेंद्र, महेश सेवा समिति के सचिव एडवोकेट राजेंद्र कचोलिया, जिला अभिभाषक संस्था के अध्यक्ष एडवोकेट राजेश शर्मा, महेश पब्लिक स्कूल प्रभारी केदार जागेटिया और प्रिंसिपल अरविंदर कौर सहित अन्य गणमान्य नागरिक, स्कूल स्टाफ और छात्र उपस्थित रहे।



सचिव विशाल भार्गव ने स्थाई लोक अदालत की कार्यप्रणाली और उसकी उपयोगिता के साथ-साथ बच्चों की सुरक्षा हेतु बाल वाहिनी नियमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि समय-समय पर स्कूल वाहनों की जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी, जिससे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।



कार्यक्रम में एडवोकेट राजेंद्र कचोलिया ने स्वागत उद्बोधन दिया, जबकि जिला अभिभाषक संस्था के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने आमजन को जन-उपयोगी सेवाओं में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया और हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट अशोक जैन द्वारा किया गया। यह कार्यक्रम स्थाई लोक अदालतों की उपयोगिता को आम जनता तक पहुँचाने और नागरिकों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास साबित हुआ।
