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अगर आप ट्रेकिंग के शौकीन हैं तो ये 7 ट्रेक्स आपको अपनी हिम्मत की परीक्षा लेने के लिए बुला रहे हैं। कड़े रास्ते, ठंडी हवाएं और खतरनाक ऊंचाईयाँ ट्रैकिंग को जीवन का सबसे बड़ा एडवेंचर बना देती हैं। इन ट्रेक्स की राहें सिर्फ सबसे अनुभवी ट्रेकरों के लिए ही होती हैं।


चीन के शांक्सी प्रांत में स्थित माउंट हुआशान को दुनिया का सबसे खतरनाक ट्रेक कहा जाता है। यहां संकरे रास्ते और खड़ी सीढ़ियां 2000 फीट की ऊंचाई पर स्थित हैं। यह ट्रेक एडवेंचर प्रेमियों के लिए एक चुनौती है, जहां एक गलत कदम जानलेवा साबित हो सकता है। इस ट्रेक की मुश्किलें और खतरनाक रास्ते इसे खतरनाक बनाते हैं, और यह ट्रैकिंग के शौकिनों के बीच एक टेस्ट ऑफ़ एंगेजर बन चुका है। (फोटो सोर्स- गूगल)



माउंट एवरेस्ट बेस कैंप ट्रेक दुनिया के सबसे प्रसिद्ध ट्रेक्स में से एक है। 5364 मीटर की ऊंचाई पर स्थित, यहां ऑक्सीजन का स्तर समुद्र तल से 50% कम हो जाता है। ठंडी हवाओं और बर्फीले तूफान के चलते इस ट्रेक को काफी खतरनाक माना जाता है। एवरेस्ट, ल्होत्से और नुप्त्से जैसे अद्भुत दृश्य देखने के बावजूद, यह ट्रेक चुनौतीपूर्ण है और ट्रेकरों के लिए एक गंभीर चुनौती है। (फोटो सोर्स- गूगल)



माउंट एवरेस्ट से शानदार व्यू लेने के लिए काला पत्थर ट्रेक 5545 मीटर की ऊंचाई पर है। यहां भी ऑक्सीजन की कमी, ठंडी हवाएं और ऊंची चढ़ाई इसे जोखिमपूर्ण बना देती हैं। यह ट्रेक मुख्य रूप से सूर्योदय के समय एवरेस्ट के अद्भुत दृश्य के लिए प्रसिद्ध है। इस ट्रेक पर चढ़ाई बेहद कठिन और शारीरिक रूप से थकाऊ होती है, जिससे ट्रैकिंग को खतरनाक बना दिया जाता है। (फोटो सोर्स- गूगल)



दक्षिण अफ्रीका में स्थित ड्रेकन्सबर्ग ट्रैवर्स 200 किमी लंबा ट्रेक है, जो रग्ड पहाड़ी रास्तों और खड़ी चट्टानों के लिए प्रसिद्ध है। इस ट्रेक में कोई निशान नहीं है, जिससे जीपीएस और एक्सपीरियंस की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, यहां बदलते मौसम और पहाड़ी इलाकों में खतरे की संभावना हमेशा बनी रहती है, जिससे इसे खतरनाक ट्रेक में गिना जाता है। (फोटो सोर्स- गूगल)



दक्षिण अमेरिका का हुआयूवाश सर्किट, जो एवरेस्ट ट्रेक के समान है, 5000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और 130 से 170 किमी तक फैला हुआ है। यहां की बर्फीली नदियां, खड़ी चढ़ाई और ग्लेशियर इसे और खतरनाक बनाते हैं। ट्रेकर्स को लैंडस्लाइड और हाइपोथर्मिया जैसे जोखिमों का सामना करना पड़ सकता है, जिससे यह ट्रेक बहुत चुनौतीपूर्ण हो जाता है। (फोटो सोर्स- गूगल)

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