

गोरखपुर-सोनौली राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित यह व्यावसायिक भवन करीब 33 वर्ष पुराना है। इसमें वर्षों से व्यवसाय कर रहे दुकानदारों का कहना है कि भवन की संरचना अब इतनी मजबूत नहीं बची है कि उस पर एक और तल का निर्माण किया जा सके।
दुकानदारों ने जताया विरोध
Maharajganj News: नगर पंचायत आनंदनगर क्षेत्र स्थित गौतम बुद्ध व्यावसायिक भवन की छत पर प्रस्तावित अतिरिक्त तल निर्माण योजना का स्थानीय व्यापारियों ने विरोध किया है। मंगलवार को दुकानदारों ने सामूहिक रूप से अपनी दुकानें बंद रखीं और फरेंदा तहसील पहुंचकर उपजिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। व्यापारियों ने इस निर्माण कार्य को जनसुरक्षा के लिए खतरा बताया है और इसे तत्काल रोके जाने की मांग की है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, गोरखपुर-सोनौली राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित यह व्यावसायिक भवन करीब 33 वर्ष पुराना है। इसमें वर्षों से व्यवसाय कर रहे दुकानदारों का कहना है कि भवन की संरचना अब इतनी मजबूत नहीं बची है कि उस पर एक और तल का निर्माण किया जा सके। उनका कहना है कि निर्माण कार्य से भवन के मूल ढांचे को नुकसान पहुंच सकता है और यह जान-माल के लिए गंभीर खतरा पैदा करेगा।
भवन पर निर्माण से पहले सुरक्षा जांच की मांग
व्यापारियों ने ज्ञापन में कहा है कि जब तक भवन की संरचनात्मक जांच विशेषज्ञों द्वारा नहीं की जाती, तब तक किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य असुरक्षित और गैर-जिम्मेदाराना होगा। उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया कि निर्माण की योजना को तुरंत प्रभाव से रोका जाए और भवन की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।
विवाद अदालत में लंबित, निर्माण को बताया अनुचित
व्यापारियों ने जानकारी दी कि वे नगर पंचायत को नियमित किराया अदा कर व्यवसाय कर रहे हैं और इस विवाद से संबंधित एक वाद इलाहाबाद हाईकोर्ट में विचाराधीन है। ऐसे में कोर्ट के निर्णय से पहले किसी भी तरह का निर्माण कार्य शुरू किया जाना पूरी तरह अनुचित होगा।
पहले भी खारिज हो चुका है प्रस्ताव
दुकानदारों ने यह भी बताया कि पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष हुमैरा खातून के कार्यकाल में भी इसी प्रकार का प्रस्ताव लाया गया था, जिसे तकनीकी कारणों से खारिज कर दिया गया था। अब एक बार फिर उसी योजना को लागू करने की कोशिश की जा रही है, जिसे व्यापारियों ने अव्यवहारिक और असुरक्षित करार दिया है।
ज्ञापन सौंपने वाले प्रमुख व्यापारी
ज्ञापन देने वालों में राजेश मोदी, जयराम शर्मा, रामवृक्ष, राहुल, मिथिलेश वर्मा, शुभम जायसवाल, मनोज शर्मा और ममता शर्मा सहित कई दुकानदार शामिल रहे। सभी ने प्रशासन से मांग की है कि इस मुद्दे पर तत्काल संज्ञान लिया जाए और व्यापारियों की सुरक्षा और आजीविका को प्राथमिकता दी जाए।