

भारत पर लगाए गए 25% अमेरिकी टैरिफ का देश के कई क्षेत्रों पर असर पड़ेगा। इसका असर फार्मा सेक्टर पर भी दिखेगा। ऐसे में भारत को भविष्य में कौन सी पांच बड़ी चुनोतियों का सामना करना पड़ सकता है आज के इस आर्टिकल में हम यही जानेंगे।
अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, भारत के पीएम नरेंद्र मोदी (सोर्स इंटरनेट)
New Delhi: भारत पर लगाए गए 25% अमेरिकी टैरिफ का देश के कई क्षेत्रों पर असर पड़ेगा। इसका असर फार्मा सेक्टर पर भी दिखेगा। ऐसे में भारत को भविष्य में कौन सी पांच बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है आज के इस आर्टिकल में हम यही जानेंगे।
टैरिफ एक प्रकार का आयात शुल्क (Import Duty) होता है जो एक देश दूसरे देश से आने वाले उत्पादों पर लगाता है। इसका उद्देश्य विदेशी सामान को महंगा बनाना होता है। घरेलू उद्योगों को संरक्षण देने का काम होता है और सरकार को राजस्व प्राप्त करना। जैसे की उदहारण के तौर पर समझते है, अगर अमेरिका भारत से स्टील मंगाता है और उस पर 25% टैरिफ लगा देता है, तो वह स्टील महंगा हो जाएगा और अमेरिकी कंपनियां भारतीय स्टील कम खरीदेंगी।
अमेरिका द्वारा भारत पर 25% टैरिफ लागू करना कुछ खास भारतीय क्षेत्रों के लिए चिंता का विषय बन सकता है। इसका मुख्य निर्यात में गिरावट, रोज़गार पर असर, छोटे-मध्यम उद्योगों पर दबाव, रुपये पर दबाव और द्विपक्षीय संबंधों पर असर पड़ सकता है।
भारत से अमेरिका को होने वाला स्टील, एल्युमिनियम या अन्य औद्योगिक उत्पादों का निर्यात महंगा हो जाएगा, जिससे अमेरिका में इनकी मांग घटेगी।
एक्सपोर्ट आधारित उद्योगों में उत्पादन घटने से नौकरियों पर असर पड़ सकता है।
जो MSME सेक्टर अमेरिका को सामान भेजता है, उन्हें नए बाजार ढूंढने की जरूरत पड़ेगी।
एक्सपोर्ट घटेगा तो डॉलर कम मिलेगा, जिससे रुपया कमजोर हो सकता है।
व्यापारिक तनाव का असर भारत-अमेरिका के रणनीतिक और रक्षा संबंधों पर भी पड़ सकता है।
भारत का ट्रेड बैलेंस बिगड़ सकता है, जिससे करेंसी और इकोनॉमी पर असर पड़ेगा। अमेरिकी बाजार की डिमांड कम होने से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में गिरावट आ सकती है। जब व्यापारिक माहौल अस्थिर होता है, तो विदेशी निवेशक पीछे हट जाते हैं। अमेरिका दबाव बना सकता है कि भारत अपनी ट्रेड पॉलिसी में परिवर्तन करे। भारत को अमेरिका के खिलाफ WTO में केस करना पड़ सकता है, जिससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार संबंधों में तनाव बढ़ेगा।
डोनाल्ड ट्रंप का एजेंडा था: "America First" उनके अनुसार, भारत अमेरिकी सामानों पर ज्यादा ड्यूटी लगाता है। भारत से आयात बढ़ रहा था, लेकिन अमेरिका को नुकसान हो रहा था। इसलिए ट्रंप ने “रिसिप्रोकल ट्रेड” (मुआवजा व्यापार) की नीति अपनाई और भारत को Generalized System of Preferences (GSP) से भी हटा दिया गया। यही कारण है अमेरिका ने भारत पर टैरिफ लगाया है।
भारत और अमेरिका के रिश्ते समय के साथ कई उतार-चढ़ाव से गुजरे हैं, लेकिन पिछले दो दशकों में यह साझेदारी लगातार मजबूत हुई है। दोनों देशों के संबंध राजनीतिक, रक्षा, आर्थिक, तकनीकी, और कूटनीतिक क्षेत्रों में गहरे और बहुपक्षीय हो चुके हैं।