हेल्थ मिनिस्ट्री का अहम फैसला: खाने-पीने के आइटम्स पर शुगर और ऑयल की जानकारी देना अनिवार्य, पढ़ें पूरी खबर

स्वास्थ्य मंत्रालय ने केंद्रीय संस्थानों में खाने के आइटम पर शुगर और ऑयल की जानकारी वाली वॉर्निंग स्लिप अनिवार्य की, जिससे मोटापे और अस्वस्थ खानपान पर नियंत्रण पाया जा सके। पढ़ें पूरी खबर

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 14 July 2025, 1:36 PM IST
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New Delhi: हाल ही में स्वास्थ्य मंत्रालय ने देशभर के केंद्रीय संस्थानों को एक अहम निर्देश दिया है। इसके तहत अब हर खाने-पीने के आइटम पर एक वॉर्निंग स्लिप लगाई जाएगी, जिसमें उस फूड आइटम में मौजूद शुगर और ऑयल की जानकारी दी जाएगी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वस्थ खानपान के प्रति जागरूक करना है। ताकि वे जानते हुए किसी भी जंक फूड का सेवन करें और उसकी ताजगी, शुगर और फैट को समझकर खाएं।

क्यों लिया गया यह फैसला?
यह कदम भारत में मोटापे की बढ़ती समस्या को रोकने के लिए उठाया गया है। हाल में जारी की गई एक इंटरनल रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2050 तक भारत में 44.9 करोड़ लोग मोटापे या अधिक वजन से पीड़ित हो सकते हैं, जिससे भारत अमेरिका के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश बन जाएगा जो मोटापे की समस्या से जूझ रहा है। वर्तमान में भारत में हर पांच में से एक व्यक्ति ओवरवेट का शिकार है, जो स्वास्थ्य के लिहाज से एक गंभीर खतरा बन चुका है।

फूड आइटम्स पर वॉर्निंग लेबल
यह वॉर्निंग स्लिप खासकर सरकारी संस्थानों में लगाए जाएंगे, जैसे कि ऑफिस कैफेटेरिया, सरकारी दफ्तरों, और अन्य संस्थानों में, ताकि लोग आसानी से जान सकें कि वे जो खा रहे हैं वह उनके स्वास्थ्य पर किस हद तक असर डाल सकता है। खाने में छिपे फैट और शुगर के पसंदगी से अनजाने प्रभाव से बचने के लिए यह कदम उठाया गया है।

भारत में कितने लोग मोटापे के शिकार हैं?
WHO की 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 60% से अधिक लोग मोटापे या अधिक वजन से प्रभावित हैं। इसके अलावा, डायबिटीज के मामलों में भी बढ़ोतरी हो रही है, और 2030 तक इसके आंकड़े 10 करोड़ तक पहुंच सकते हैं। ऐसे में, स्वास्थ्य मंत्रालय और FSSAI (फूड एंड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने एक नई नीति तैयार की है, जिसमें खाद्य आइटम्स पर वॉर्निंग लेबल लगाने की अनिवार्यता तय की गई है।

सिगरेट जितने खतरनाक हैं समोसा-जलेबी और लड्डू?
एम्स नागपुर के अधिकारियों का कहना है कि शुगर और ट्रांस फैट सिगरेट और तंबाकू जितने ही खतरनाक साबित हो रहे हैं। डॉ. अमर आमले, जो कि कार्डियोलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया के नागपुर ब्रांच के चीफ हैं, ने कहा कि शुगर और तेल (ट्रांस फैट) के कारण ये फूड आइटम्स स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं। उनका मानना है कि अब जो फूड आइटम्स सबसे ज्यादा नुकसानदायक होंगे, उन पर उतनी ही खतरनाक वॉर्निंग स्लिप लगाई जाएगी, ताकि लोग इन खाद्य पदार्थों के खतरों से अवगत हो सकें।

इन आइटम्स की भी होगी जांच
इस नई पहल में सिर्फ समोसा, जलेबी और लड्डू ही नहीं, बल्कि वड़ा पाव, पकौड़े और अन्य फास्ट फूड्स भी शामिल किए गए हैं, जिनमें शुगर और तेल की मात्रा अधिक होती है। इसके जरिए सरकार लोगों को जागरूक करना चाहती है, ताकि लोग अपने खानपान के प्रति सचेत हों और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए सही फैसले लें।

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