

यातायात पुलिस गोरखपुर ने इंसानियत और प्रोफेशनलिज्म की बेहतरीन मिसाल देते हुए आईटीएमएस (इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) की मदद से दो महिलाओं के खोए हुए बैगों को ट्रेस कर बरामद किया, जिनमें लाखों रुपये की ज्वैलरी और घरेलू सामान थे।
ऑटो में छूटे 2 महिलाओं के कीमती बैग को यातायात पुलिस ने किया सुपुर्द
Gorakhpur: शहर में यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए यातायात पुलिस ने एक और मिसाल पेश की है। इंसानियत और प्रोफेशनलिज्म की बेहतरीन मिसाल देते हुए यातायात पुलिस गोरखपुर ने आईटीएमएस (इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) की मदद से दो महिलाओं के खोए हुए बैगों को ट्रेस कर बरामद किया, जिनमें लाखों रुपये की ज्वैलरी और घरेलू सामान थे।
शनिवार को दोनों महिलाओं को उनके बैग पुलिस अधीक्षक यातायात द्वारा विधिवत रूप से यातायात कार्यालय में सुपुर्द किए गए।
जानकारी के मुताबिक, पहला मामला 1 अक्टूबर का है। एक महिला मोहद्दीपुर क्षेत्र में ऑटो से यात्रा कर रही थीं, तभी उनका बैग ऑटो में छूट गया। बैग में लगभग तीन लाख रुपये मूल्य की ज्वैलरी और अन्य घरेलू सामग्री थी।
दूसरे मामले में 3 अक्टूबर को झारखंडी मंदिर से गोरखनाथ मंदिर दर्शन के लिए जा रही दूसरी महिला का बैग ऑटो में छूट गया। उसमें लगभग डेढ़ लाख रुपये की ज्वैलरी और तीन हजार रुपये नकद थे।
दोनों ही मामलों में आवेदिकाओं ने यातायात पुलिस से सहायता मांगी। इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गोरखपुर के निर्देशन और पुलिस अधीक्षक यातायात के पर्यवेक्षण में यातायात पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की।
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आईटीएमएस में नियुक्त आरक्षी मोहम्मद नौशाद ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और अथक प्रयासों से संबंधित ऑटो को चिन्हित कर दोनों बैगों को सुरक्षित बरामद कर लिया।
शनिवार को पुलिस अधीक्षक यातायात ने दोनों महिलाओं को उनके बैग यातायात कार्यालय में बुलाकर सौंपे। महिलाओं ने इस संवेदनशील और त्वरित कार्रवाई के लिए गोरखपुर पुलिस का आभार जताया और कहा कि इससे जनता का विश्वास पुलिस पर और मजबूत हुआ है।
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यातायात पुलिस की इस सराहनीय पहल से यह साबित होता है कि आधुनिक तकनीक और ईमानदार प्रयासों के जरिये जनता की हर समस्या का समाधान संभव है। आईटीएमएस सिस्टम के माध्यम से न केवल ट्रैफिक प्रबंधन में सुधार आया है, बल्कि अपराध रोकथाम और जनसहायता के क्षेत्र में भी यह एक मजबूत कड़ी बन चुका है।