

बागपत तहसील दिवस पर एक महिला ने अपने लापता पति की तलाश और बेटी के जन्म प्रमाण पत्र में सही नाम दर्ज कराने की गुहार लगाई। महिला का आरोप है कि धोखाधड़ी से उसकी शादी एक पहले से विवाहित व्यक्ति से करवा दी गई थी, जो विवाद के बाद दो साल से लापता है।
पीड़िता गीता
Baghpat: जिले के मविकला गांव की रहने वाली महिला गीता ने तहसील दिवस में पहुंचकर अपनी जिंदगी में आए तूफान को शब्दों में बयां किया। उसने प्रशासन से न केवल अपने दो साल से लापता पति की तलाश की गुहार लगाई, बल्कि बेटी के जन्म प्रमाण पत्र में गलत नाम दर्ज होने की शिकायत भी की। पीड़िता का कहना है कि इन दोनों मुद्दों ने उसकी जिंदगी को बुरी तरह प्रभावित किया है।
शादीशुदा युवक ने हुई शादी
गीता ने अधिकारियों को दिए गए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया कि उसके ससुराल पक्ष ने धोखाधड़ी करके उसकी शादी एक ऐसे युवक से करवाई जो पहले से विवाहित था। इस बात की जानकारी उसे विवाह के बाद मिली, जिससे विवाद शुरू हो गया। पति के पहले से शादीशुदा होने का राज खुलने के बाद दोनों परिवारों के बीच तनाव इतना बढ़ गया कि उसका पति अचानक गायब हो गया।
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दो साल से पति लापता
पीड़िता ने बताया कि पिछले दो वर्षों से उसका पति लापता है और उसकी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। उसने जगह-जगह खोजबीन की लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा। इससे उसकी मानसिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर हो गई है।
बेटी के जन्म प्रमाण-पत्र को गलत बनाया
गीता का यह भी आरोप है कि जब उसकी एक बेटी का जन्म हुआ तो उसके ससुराल पक्ष ने जन्म प्रमाण पत्र में पिता का नाम जानबूझकर बदलवा दिया। इस फर्जीवाड़े के कारण अब उसे सरकारी योजनाओं, स्कूल में दाखिले और अन्य कानूनी कामों में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
न्याय की मांग कर रही गीता
पीड़िता ने अधिकारियों के सामने गुहार लगाई कि उसकी बेटी के भविष्य को देखते हुए दस्तावेजों में सही नाम दर्ज किया जाए और उसके पति की तलाश कर न्याय दिलाया जाए। उसने यह भी कहा कि अब उसे किसी पर भरोसा नहीं रह गया है और प्रशासन ही उसका आखिरी सहारा है।
अफसरों ने क्या कहा?
तहसील दिवस पर मौजूद अधिकारियों ने पीड़िता की शिकायत गंभीरता से सुनी और उसका आवेदन स्वीकार किया। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।