

वैश्विक बाजार में हलचल के बावजूद भारतीय बाजार में सोने और चांदी के दाम में स्थिरता बनी हुई है। पिछले कुछ दिनों से सोने के दाम में नरमी देखी जा रही थी, लेकिन एक जुलाई 2025 को सोने की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया।
सोने- चांदी के दाम में बड़ा बदलाव
नई दिल्ली: वैश्विक बाजार में हलचल के बावजूद भारतीय बाजार में सोने और चांदी के दाम में स्थिरता बनी हुई है। पिछले कुछ दिनों से सोने के दाम में नरमी देखी जा रही थी, लेकिन एक जुलाई 2025 को सोने की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, आज, 24 कैरेट सोना बुलियन मार्केट में प्रति 10 ग्राम 97,500 रुपये पर बिक रहा है, जबकि 22 कैरेट सोना 89,300 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव से कारोबार कर रहा है। इसी तरह, चांदी की कीमत भी स्थिर रही और आज प्रति किलो 1,07,700 रुपये के भाव पर बिक रही है।
देश के विभिन्न शहरों में सोने की कीमतों में मामूली अंतर देखने को मिल रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 22 कैरेट सोने की कीमत 89,440 रुपये प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोने की कीमत 97,560 रुपये प्रति 10 ग्राम है। चेन्नई में 22 कैरेट सोना 89,290 रुपये और 24 कैरेट सोना 97,410 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिक रहा है। मुंबई में भी 22 कैरेट सोना 89,290 रुपये और 24 कैरेट सोना 97,410 रुपये के भाव पर कारोबार कर रहा है।
कोलकता, जयपुर, नोएडा, गाजियाबाद और लखनऊ में 22 कैरेट सोना 89,440 रुपये प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोना 97,560 रुपये के भाव से बिक रहा है। वहीं, बेंगलुरू और पटना में 22 कैरेट सोना 89,290 रुपये और 24 कैरेट सोना 97,410 रुपये पर बिक रहा है।
सोने और चांदी के दाम हर दिन विभिन्न फैक्टरों पर निर्भर होते हैं। इनकी कीमतें रोजाना आधार पर तय की जाती हैं, जो रुपये और डॉलर के बीच के मूल्य में उतार-चढ़ाव, कच्चे तेल की कीमतें, इंपोर्ट ड्यूटी और वैश्विक बाजार की स्थितियों पर आधारित होती हैं। खासकर, जब वैश्विक बाजार में अनिश्चितता और अशांति का माहौल बनता है, तो निवेशक सुरक्षित निवेश की ओर रुख करते हैं और सोने-चांदी में पैसा लगाने को प्राथमिकता देते हैं।
अंतरराष्ट्रीय घटनाओं, जैसे राजनीतिक संकट या आर्थिक अस्थिरता, का सोने की कीमतों पर सीधा असर पड़ता है। ऐसी स्थितियों में निवेशक शेयर बाजार से दूरी बना कर सोने में निवेश करने को बेहतर मानते हैं, क्योंकि सोने को पारंपरिक रूप से एक सुरक्षित निवेश माना जाता है। पिछले कुछ समय में ऐसा ही देखा गया है, जब वैश्विक अस्थिरता के बीच सोने के दाम में मामूली उतार-चढ़ाव आया, जबकि भारतीय बाजार में सोने की कीमतों में स्थिरता बनी रही।
भारत में सोने और चांदी का सामाजिक और आर्थिक महत्व बहुत अधिक है। शादी-ब्याह, पर्व-त्योहारों और अन्य पारंपरिक अवसरों पर सोने और चांदी को शुभ माना जाता है। यही कारण है कि भारतीय बाजार में इन धातुओं की मांग हमेशा बनी रहती है।इसके अलावा, सोने ने हमेशा खुद को एक बेहतर रिटर्न देने वाला निवेश साबित किया है। चाहे महंगाई का दौर हो या आर्थिक संकट, सोने का मूल्य लंबे समय तक अपने निवेशकों के लिए लाभकारी रहा है। यही वजह है कि भारत में सोने की मांग कभी कम नहीं होती, और यह हमेशा निवेशकों के लिए एक सुरक्षित विकल्प बना रहता है।