

देशभर में मॉनसून ने दस्तक दे दी है। दिल्ली में हल्की बारिश से राहत मिली, लेकिन पहाड़ी और मैदानी इलाकों में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। जानिए अपने क्षेत्र के मौसम का हाल
मौसम अपडेट (सोर्स- गूगल)
New Delhi: देश में मॉनसून का आगमन तूफानी अंदाज में हुआ है। राजधानी दिल्ली में दो दिन की देरी से मॉनसून ने हल्की बारिश के साथ एंट्री ली, जिसने गर्मी से तपते शहर को राहत दी। बीते साल 28 जून को दिल्ली में मॉनसून पहुंचा था, लेकिन इस बार यह आखिरी पड़ाव बनकर उभरी, जो आमतौर पर राजस्थान होता है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में बारिश ने जहां लोगों को उमस और गर्मी से निजात दिलाई, वहीं देश के कई हिस्सों में मॉनसून ने कहर बरपाया है। पहाड़ों से लेकर मैदानों तक, बादल तबाही का सबब बन रहे हैं।
पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने विकराल रूप धारण कर लिया है। भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं, तो कहीं भूस्खलन ने रास्तों को अवरुद्ध कर दिया है। हिमाचल में कई शहरों में हालात बेकाबू हैं, जहां सड़कें बंद होने से लोग फंसे हुए हैं। मैदानी इलाकों में भी मॉनसून की मार कम नहीं है। उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और ओडिशा जैसे राज्यों में भारी बारिश ने शहरों को जलमग्न कर दिया।
इन इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले सात दिनों तक उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। झारखंड में 30 जून को अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान है, जबकि ओडिशा, बिहार, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 30 जून से 5 जुलाई तक भारी बारिश होगी। विदर्भ, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और गंगा के मैदानी इलाकों में भी बहुत भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, साथ ही गरज और बिजली का खतरा बना रहेगा।
उत्तर-पश्चिम भारत में हिमाचल, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में 5 जुलाई तक भारी बारिश का अनुमान है। पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में भी बारिश का कहर रहेगा। पश्चिम भारत में कोंकण, गोवा और गुजरात में भारी बारिश की संभावना है, जबकि पूर्वोत्तर राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में 2 से 5 जुलाई तक बहुत भारी बारिश हो सकती है।
मॉनसून की इस दोहरी मार ने जहां दिल्लीवासियों को राहत दी, वहीं कई राज्यों में तबाही का मंजर छोड़ दिया। लोगों से सतर्क रहने और मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान देने की अपील की जा रही है।