

माता वैष्णो देवी धाम की तरफ जाने वाले रास्ते पर भारी बारिश से भूस्खलन हो गया। हादसे में 33 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है, जबकि करीब 20 लोगों के घायल होने की खबर है। अर्द्धकुंवारी के पास बुए भूस्खलन ने यात्रा मार्ग को प्रभावित कर दिया है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
ढहा हुआ पुल का हिस्सा
जम्मू: जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में माता वैष्णो देवी धाम की तरफ जाने वाले रास्ते पर भारी बारिश से भूस्खलन हो गया। हादसे में 33 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है, जबकि करीब 20 लोगों के घायल होने की खबर है। अर्द्धकुंवारी के पास बुए भूस्खलन ने यात्रा मार्ग को प्रभावित कर दिया है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
भूस्खलन वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर स्थित अर्द्धकुंवारी गुफा मंदिर में इंद्रप्रस्थ भोजनालय के पास हुआ। त्रिकुटा पहाड़ी पर स्थित मंदिर मार्ग का बड़ा हिस्सा मलबे में ढेर हो गया है। आशंका है कि मलबे में और भी लोग दबे हो सकते हैं। सेना और प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं।
नदियां उफान पर
कठुआ के बनी, बिलावर में भारी बारिश के चलते रावी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। नदी के पास से 11 परिवारों को हटाया गया। यहां पानी का स्तर सवा लाख क्यूसेक तक पहुंच गया है। उज्ज में उफान से निचले गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति रही। चिनाब, सेवा, तरनाह और रावी खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। सहार खड्ड और मग्गर खड्ड में बाढ़ के हालात हैं। उधमपुर में भी तवी नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। जम्मू में तवी नदी के उफान पर आने से गुज्जरनगर, गोरखानगर, राजीवनगर, निक्की तवी व गोल तवी इलाके से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया।
बुारिश के अलर्ट
मंगलवार रात भारी बारिश की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने रात नौ बजे के बाद अकारण घरों से बाहर निकलने पर भी रोक लगा दी थी। तवी, चिनाब, उज्ज सहित सभी नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं।
जम्मू में तवी नदी पर बना भगवतीनगर पुल की एक लेन धंस गई, जबकि इस नदी पर बने दो अन्य पुलों पर एहतियातन आवाजाही बंद कर दी गई है। कठुआ के पास पुल धंसने से जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय पर यातायात पहले से प्रभावित था।