

टाटा समूह ने हादसे को लेकर गहरी संवेदना व्यक्त की है और मुआवजे का बड़ा ऐलान किया है। पूरी जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
टाटा समूह ने किया ऐलान
अहमदाबाद: गुजरात की राजधानी अहमदाबाद के मेघानीनगर में गुरुवार को हुआ विमान हादसा देश को झकझोर गया। एयर इंडिया का ड्रीमलाइनर विमान AI 171, जो अहमदाबाद से लंदन जा रहा था, टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद एयरपोर्ट से कुछ ही दूरी पर स्थित मेघानीनगर इलाके में क्रैश कर गया। यह विमान बी.जे. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल भवन पर गिरा, जिससे इलाके में भारी आगजनी और अफरा-तफरी मच गई। विमान में कुल 242 लोग सवार थे। हादसे में अब तक कई लोगों की मौत और दर्जनों घायल होने की पुष्टि हो चुकी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक इस भयावह हादसे के बाद राहत और बचाव का कार्य तेजी से चल रहा है। एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियां मौके पर पहुंचकर मलबे में फंसे लोगों को निकालने में जुटी हुई हैं। घायल यात्रियों को अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एयर इंडिया ने हेल्पलाइन नंबर 18005691444 जारी करते हुए यात्रियों के परिजनों से संपर्क साधने की अपील की है।
इस बीच, टाटा समूह, जो एयर इंडिया का स्वामित्व रखता है, ने हादसे को लेकर गहरी संवेदना व्यक्त की है और मुआवजे का बड़ा ऐलान किया है। टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कहा कि समूह प्रत्येक मृतक के परिवार को एक-एक करोड़ रुपये की सहायता राशि देगा। इसके अलावा, जो यात्री घायल हुए हैं, उनके पूरे इलाज का खर्च टाटा समूह उठाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि दुर्घटनास्थल पर स्थित बी.जे. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल भवन का पुनर्निर्माण टाटा समूह की ओर से किया जाएगा।
चंद्रशेखरन ने कहा, “हम इस दुख की घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं। हमारी प्राथमिकता है कि सभी घायलों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जाएं और प्रभावित छात्रावास भवन को फिर से खड़ा किया जाए।”
इस हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और कई अन्य नेताओं ने गहरा शोक प्रकट किया है। अहमदाबाद पुलिस के मुताबिक, विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है और DGCA व अन्य विमानन एजेंसियां हादसे की जांच में जुट गई हैं।
हादसे में सीट नंबर 11A पर बैठे एक यात्री के बच जाने की सूचना है, जो चमत्कारी ढंग से बच निकला। फिलहाल घटना की जांच चल रही है, और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता दी जा रही है।