

इंडसइंड बैंक ने लंबे समय बाद नया नेतृत्व तय करते हुए राजीव आनंद को एमडी और सीईओ नियुक्त किया है। यह फैसला बैंक के लिए अहम मोड़ साबित हो सकता है, खासतौर पर डेरिवेटिव नुकसान के बाद की स्थितियों को देखते हुए। जानिए इस फैसले के पीछे की अहम वजहें और बाजार पर इसका असर।
इंडसइंड बैंक को मिला नया नेतृत्व
New Delhi: इंडसइंड बैंक ने सोमवार देर रात एक बड़ा निर्णय लेते हुए अनुभवी बैंकर राजीव आनंद को अपना नया मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (MD & CEO) नियुक्त किया। बैंक की ओर से दी गई एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, राजीव का कार्यकाल 25 अगस्त 2025 से 24 अगस्त 2028 तक रहेगा।
यह नियुक्ति ऐसे समय पर हुई है जब बैंक को नेतृत्व की सख्त ज़रूरत थी। अप्रैल 2025 में तत्कालीन एमडी और सीईओ सुमंत कठपालिया ने डेरिवेटिव पोर्टफोलियो अकाउंटिंग में खामी की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के बाद बैंक बिना स्थायी नेतृत्व के चल रहा था।
डेरिवेटिव घाटा और बैंक की स्थिति
सुमंत के कार्यकाल के अंत में सामने आए डेरिवेटिव सौदों के गलत लेखांकन के चलते बैंक को 1960 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। नतीजन जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में बैंक को 2328.87 करोड़ रुपये का घाटा हुआ, जो बीते दो दशकों में पहला बड़ा घाटा था। इस घटना के बाद बैंक के शेयरों में तेज गिरावट देखने को मिली थी।
अस्थायी नेतृत्व और अब स्थायित्व
सुमंत के इस्तीफे के बाद बैंक का काम वरिष्ठ अधिकारियों की एक समिति देख रही थी, जिसमें सौमित्र सेन (हेड, कन्ज्यूमर बैंकिंग) और अनिल राव (चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर) शामिल थे। अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से मंजूरी मिलने के बाद राजीव आनंद की नियुक्ति को अंतिम रूप दिया गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक
राजीव आनंद का बैंकिंग अनुभव
59 वर्षीय राजीव आनंद चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और उन्हें 35 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने एक्सिस बैंक में डिप्टी एमडी के तौर पर काम किया और वहां होलसेल बैंकिंग और डिजिटल रणनीति को संभाला। वह 2009 में एक्सिस एसेट मैनेजमेंट कंपनी के संस्थापक एमडी बने थे और बाद में 2013 में एक्सिस बैंक में रिटेल बैंकिंग प्रेसिडेंट के रूप में नियुक्त हुए। 2018 से वह होलसेल बैंकिंग की ज़िम्मेदारी संभाल रहे थे।
बाजार में असर और शेयर की स्थिति
राजीव आनंद की नियुक्ति के बाद बाजार में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखी जा रही है। सोमवार को इंडसइंड बैंक के शेयर 2.5% की तेजी के साथ ₹803 पर बंद हुए। यह शेयर अब अपने 52-सप्ताह के निचले स्तर ₹606 से 33% ऊपर आ चुका है। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Jefferies ने बैंक को ₹920 के टारगेट के साथ ‘खरीदें’ की रेटिंग दी है।