SIR Updates: बंगाल में 58 लाख और राजस्थान में 42 लाख वोटर्स के नाम हटे, स्पेशल इंटेंसिव रिविजन पूरा

चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल, राजस्थान, गोवा और लक्षद्वीप में SIR प्रक्रिया के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की है। बंगाल में 58 लाख से ज्यादा और राजस्थान में करीब 42 लाख मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं।

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 16 December 2025, 6:53 PM IST
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New Delhi: चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल, गोवा, राजस्थान, पुडुचेरी और लक्षद्वीप में जारी स्पेशल इंटेंसिव रिविजन (SIR) की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी कर दी है। इस प्रक्रिया के तहत बड़ी संख्या में ऐसे मतदाताओं के नाम सूची से हटाए गए हैं, जो मृत पाए गए, स्थानांतरित हो चुके हैं या फिर डुप्लीकेट मतदाता थे। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाता सूची को शुद्ध और पारदर्शी बनाने की दिशा में यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

पश्चिम बंगाल का डाटा

सबसे ज्यादा असर पश्चिम बंगाल में देखने को मिला है। यहां 4 नवंबर से 11 दिसंबर तक चली SIR प्रक्रिया के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से 58 लाख 20 हजार 898 मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं। इसके बाद राज्य में कुल मतदाताओं की संख्या 7 करोड़ 66 लाख 37 हजार 529 से घटकर 7 करोड़ 08 लाख 16 हजार 630 रह गई है। आयोग के अनुसार, हटाए गए नामों में मृत मतदाता, दूसरे स्थानों पर शिफ्ट हो चुके लोग और डुप्लीकेट वोटर शामिल हैं।

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राजस्थान का डाटा

राजस्थान में भी SIR के बाद बड़ी संख्या में नाम हटाए गए हैं। राज्य में कुल 5 करोड़ 46 लाख 56 हजार 215 मतदाता पंजीकृत थे, जिनमें से लगभग 42 लाख मतदाताओं के नाम ड्राफ्ट मतदाता सूची से हटाए गए। चुनाव आयोग के अनुसार, 5 करोड़ 04 लाख 71 हजार 396 मतदाताओं ने अपना इम्युरेशन फॉर्म जमा किया, जबकि 41 लाख 84 हजार 819 मतदाताओं ने फॉर्म नहीं भरा। जांच के दौरान 8 लाख 75 हजार मतदाता मृत पाए गए, जबकि 29.6 लाख ऐसे वोटर थे जो शिफ्ट हो चुके थे या अपने पते पर अनुपस्थित मिले।

गोवा का डाटा

गोवा में कुल मतदाताओं की संख्या अपेक्षाकृत कम होने के बावजूद यहां भी SIR का असर साफ दिखा। राज्य में कुल 11 लाख 85 हजार 34 मतदाता पंजीकृत थे, जिनमें से 10 लाख 84 हजार 992 लोगों ने अपना फॉर्म सबमिट किया। ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी होने के बाद करीब 1 लाख 00 हजार 42 मतदाताओं के नाम सूची से बाहर कर दिए गए हैं। चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि ड्राफ्ट रोल जारी होने के बाद जो योग्य मतदाता सूची से बाहर रह गए हैं, वे 16 दिसंबर 2025 से 15 जनवरी 2026 के बीच दोबारा आवेदन कर सकते हैं।

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लक्षद्वीप का डाटा

लक्षद्वीप में भी 4 नवंबर से 11 दिसंबर तक SIR की प्रक्रिया चली। यहां कुल 57 हजार 813 मतदाता पंजीकृत थे, जिनमें से 56 हजार 384 लोगों ने अपना फॉर्म जमा किया। इसके बाद नई ड्राफ्ट मतदाता सूची में 1 हजार 429 लोगों के नाम शामिल नहीं किए गए हैं। आयोग ने कहा है कि योग्य मतदाता ड्राफ्ट रोल जारी होने के बाद 15 जनवरी 2026 तक फिर से आवेदन कर सकते हैं। चुनाव आयोग का कहना है कि SIR का उद्देश्य मतदाता सूची को अधिक सटीक, अद्यतन और विश्वसनीय बनाना है, ताकि चुनाव के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी या फर्जीवाड़े की गुंजाइश न रहे। ड्राफ्ट सूची जारी होने के बाद दावे और आपत्तियों की प्रक्रिया भी तय समयसीमा के भीतर पूरी की जाएगी। इसके बाद अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी, जिसे आगामी चुनावों में आधार बनाया जाएगा।

Location : 
  • New Delhi

Published : 
  • 16 December 2025, 6:53 PM IST