

आतंकी हमले के बाद बार्डर इलाकों में अत्याधुनिक कैमरों के साथ ही वहां के लोगों को भी जागरुक किया जा रहा है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज की रिपोर्ट
बॉर्डर इलाके में बढ़ी सुरक्षा व्यवस्था (सोर्स-इंनटरनेट)
पीलीभीत: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बॉर्डर इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़ी नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही दो कंपनी पीएसी उपलब्ध कराई गई है। पीलीभीत शहर को लेकर नेपाल बार्डर तक पुलिस के साथ एसएसबी के जवान निगरानी में लगे हुए हैं, क्योंकि इस जिले की सीमा नेपाल से लगी हुई है।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, यहां के स्थानीय निवासियों से भी बात की जा रही है। एएसपी ने पीएसी के साथ पूरे शहर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा भी लिया। बॉर्डर वाले इलाके में अवैध घुसपैठ की संभावना बनी रहती है। इसके साथ ही नेपाल के सीमा क्षेत्र से सटे इलाके माधोटांडा और हजारा थाना क्षेत्र में भी चौकसी बढ़ा दी गई है।
इसके साथ ही साथ एसएसबी के जवान, वन विभाग की टीम और क्षेत्रीय पुलिस सीमा पर नजर बनाए रखी है क्योंकि यहां की सीमा खुली होने के कारण आवाजाही लगातार बनी रहती है। यहां के लोगों को भी अवैध गतिविधियों की जानकारी साझा के लिए जागरुक किया जा रहा है।
मिली जानकरी के मुताबिक बीएसएफ की टीम बॉर्डर इलाकों अत्याधुनिक कैमरों के माध्यम से पूरी तारबंदी व तारबंदी के नजदीक होने वाली हर एक मूवमेंट पर बीएसएफ नजर बनाए हुए है। इन कैमरों को प्रत्येक बीओपी पर बनाए गए कंट्रोल रूम से 360 डिग्री से ऑपरेट कर तारबंदी की निगरानी की जा रही है।
खास कर पिछले 2 दिनों से पाकिस्तानी रेंजर्स की मूवमेंट भी बढ़ गई है। सीमा पर स्थित पाकिस्तानी चौकियों में पाक रेंजर्स कभी कभार गश्त करते थे, लेकिन पिछले 2 दिनों से पाकिस्तानी रेंजर्स को गश्त करते हुए देखा जा रहा है। ऐसे में आतंकी हमले को लेकर भारत के द्वारा पाकिस्तान के विरुद्ध लिए फैसले के बाद पाकिस्तान की बेचैनी को बढ़ा हुआ देखा जा सकता है।
जिलेभर में ए श्रेणी की नाकाबंदी चल रही है। जिसमे हथियार बंद जवानों द्वारा पूरे जिले में नाकाबंदी कर आने जाने वाले प्रत्येक वाहन को चेक किया जा रहा है। वहीं जिले में प्रवेश करने वाले प्रत्येक वाहन की एंट्री भी की जा रही है।