

हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटे से जारी भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य में 795 सड़कें बंद हैं, बिजली-पानी की आपूर्ति ठप हो गई है और पांच जिलों में सभी शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए हैं। मौसम विभाग ने कई जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश में तबाही मचाती बारिश (Img: Google)
Shimla: हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटों से हो रही भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। राज्यभर में जनजीवन पूरी तरह ठप हो गया है। 795 सड़कें यातायात के लिए बंद हो चुकी हैं, जिनमें दो राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल हैं। वहीं, पांच जिलों में सभी सरकारी और निजी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया गया है।
शिमला प्रशासन ने 26 अगस्त को सभी स्कूल, कॉलेज, आईटीआई, नर्सिंग संस्थान और आंगनवाड़ी केंद्र बंद रखने के निर्देश जारी किए हैं। भारी बारिश से बिजली और पानी की आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावित हुई है।
मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में अगले 24 घंटे के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। ब्यास नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। चंबा, कांगड़ा और मंडी जिलों में विशेष रूप से अगले दो दिनों के लिए रेड अलर्ट घोषित किया गया है।
कुल 795 सड़कें बंद: मंडी (289), चंबा (214), कुल्लू (132)
956 बिजली ट्रांसफॉर्मर बंद
517 जलापूर्ति योजनाएं बाधित
मणिमहेश यात्रा स्थगित
धर्मशाला में हालात सबसे गंभीर बताए जा रहे हैं। यहां भूस्खलन और सड़क टूटने से 60 परिवार फंसे हुए हैं। धर्मशाला-मैकलोडगंज रोपवे भी सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया है। कांगड़ा जिले के इंदौरा और जसूर में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। एनडीआरएफ की टीम अब तक सात लोगों को सुरक्षित निकाल चुकी है।
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बारिश और भूस्खलन के कारण कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। चंबा जिले में पांच मकान ढह गए हैं, जबकि हमीरपुर के एक तहसील कार्यालय में पानी भर गया। धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा ने बताया कि कई इलाकों में सड़क और पेयजल पाइपलाइन को भारी नुकसान हुआ है।
हिमाचल प्रदेश में बीते 24 घंटे से जारी भारी बारिश
राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक, 20 जून से 25 अगस्त तक भारी बारिश और आपदाओं के कारण 156 लोगों की जान गई है, जबकि 38 लोग अब भी लापता हैं। इस दौरान अचानक बाढ़ की 77 घटनाएं, बादल फटने की 41 घटनाएं और भूस्खलन के 81 मामले सामने आए हैं। अब तक हिमाचल को करीब 2,394 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है।
रविवार से शुरू हुई बारिश में बिलासपुर के काहू में 190.5 मिमी, नेरी में 187 मिमी और धर्मशाला में 149.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। इस सीजन में एक जून से अब तक हिमाचल में 703.7 मिमी वर्षा हो चुकी है, जो सामान्य से 22 प्रतिशत अधिक है।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि अगले 24 घंटे में भारी बारिश और भूस्खलन की आशंका बनी रहेगी। प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने और बिना जरूरत घर से बाहर न निकलने की अपील की है। शिमला समेत प्रभावित जिलों में आपदा प्रबंधन की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।
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