

राधिका की करीबी दोस्त हिमांषिका सिंह राजपूत ने दावा किया कि दीपक यादव ने हत्या की योजना कई दिनों पहले बना ली थी। राधिका का जीवन कई साल से निगरानी में था और वह अपनी जिंदगी को आसानी से नहीं चला पा रही थी।
Radhika Murder Case
Gurugram News: राष्ट्रीय स्तर की टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की हत्या मामले में आरोपी पिता दीपक यादव द्वारा दिए गए बयान अब विवाद में आ गए। कुछ विशेषज्ञों, रिटायर्ड पुलिस अधिकारियों और क्रिमिनल लॉयर्स का कहना है कि यह एकतरफा थ्योरी है। जहां तक है कोर्ट के लिए दीपक यादव के बयान ज्यादा मायने नहीं रखते। इस वजह से पुलिस को दूसरे एंगल की भी तलाश करनी चाहिए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील का कहना है कि पुलिस को फोरेंसिक सबूत, गवाहों और डिजिटल डेटा की जांच तत्काल करनी चाहिए, जिससे यह साबित हो जाए कि तनाव में दीपक यादव ने तनाव और परेशानी में अपनी बेटी का मर्डर किया। पुलिस को यह भी सोचना चाहिए कि अगर दीपक यादव अपने बयानों से पीछे हट गया तो क्या होगा?
यहां पर अटक रहा मामला
राधिका की करीबी दोस्त हिमांषिका सिंह राजपूत ने दावा किया कि दीपक यादव ने हत्या की योजना कई दिनों पहले बना ली थी। राधिका का जीवन कई साल से निगरानी में था और वह अपनी जिंदगी को आसानी से नहीं चला पा रही थी। जबकि पिता का बयान है कि गांवों में मिलने वाले तानों से आपराधिक मानसिक दबाव हुआ। जिसमें राधिका की अकादमी और उसकी आय को आय का आधार बताया गया।
मां मंजू यादव का क्या कहना है?
राधिका की मां मंजू यादव का कहना है कि उन्हें बेटी और पति के बीच विवाद की कोई जानकारी नहीं थी। वे उस समय स्वस्थ न होने के कारण अलग कमरे में थी। पुलिस ने अब तक उन्हें आरोपों से बाहर रखा है, लेकिन उनकी चुप्पी भी जांच के घेरे में है। वहीं, इस मामले में पुलिस का कहना है कि जब तक नया एंगल सामने नहीं आता। जांच नए तरीके से नहीं की जा सकती।