New Delhi: केंद्र सरकार ने वरिष्ठ अधिवक्ता आर. वेंकटरमणि को एक बार फिर देश का अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया है। उनका कार्यकाल दो वर्षों के लिए बढ़ाया गया है, जो 1 अक्टूबर 2025 से प्रभावी होगा। इस संबंध में विधि एवं न्याय मंत्रालय की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, अधिसूचना में कहा गया है “राष्ट्रपति को यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि वे आर. वेंकटरमणि, वरिष्ठ अधिवक्ता को भारत के अटॉर्नी जनरल के रूप में 1 अक्टूबर 2025 से आगामी दो वर्षों की अवधि के लिए दोबारा नियुक्त करते हैं।”
वेंकटरमणि का अब तक का कार्यकाल
आर. वेंकटरमणि को पहली बार 1 अक्टूबर 2022 को अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया था। वे देश के 16वें अटॉर्नी जनरल बने थे। अपने अब तक के कार्यकाल में उन्होंने कई महत्वपूर्ण संवैधानिक और कानूनी मामलों में केंद्र सरकार का प्रभावी प्रतिनिधित्व किया है। सुप्रीम कोर्ट में उनकी कानूनी दक्षता और तार्किकता की व्यापक सराहना होती रही है।
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वेंकटरमणि का दोबारा चयन यह दर्शाता है कि सरकार को उन पर पूरा भरोसा है और उनके पिछले प्रदर्शन से वह संतुष्ट है।
भारत के सर्वोच्च विधि अधिकारी की भूमिका
अटॉर्नी जनरल भारत सरकार का सर्वोच्च कानूनी सलाहकार होता है। वह सुप्रीम कोर्ट और उच्च न्यायालयों में केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व करता है। यह पद भारतीय संविधान के अनुच्छेद 76 के तहत स्थापित किया गया है।
आर. वेंकटरमणि का यह नया कार्यकाल 30 सितंबर 2027 तक रहेगा। सरकार के इस फैसले को देश की न्याय प्रणाली के लिए एक स्थिर और अनुभवी नेतृत्व की दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है।

