हिंदी
दिल्ली में लगातार गिरती वायु गुणवत्ता के बीच NDMC ने बड़ा कदम उठाया है। आयोग के निर्देशों के बाद नगर परिषद ने अपने क्षेत्र में सभी पार्किंग स्थलों पर शुल्क दोगुना कर दिया है। यह फैसला 29 अक्टूबर 2025 से लागू हो जाएगा।
NDMC ने पार्किंग शुल्क दोगुना किया
New Delhi: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार खराब होता जा रहा है। इसी को देखते हुए नई दिल्ली नगर परिषद (NDMC) ने बड़ा निर्णय लिया है। परिषद ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) के आदेशों के तहत अपने क्षेत्र में पार्किंग शुल्क को दोगुना करने का फैसला किया है। यह कदम तत्काल प्रभाव से 29 अक्टूबर 2025 से लागू होगा।
“Very Poor” श्रेणी में पहुंचा दिल्ली का AQI
NDMC ने बताया कि 19 अक्टूबर 2025 को हुई समीक्षा बैठक में दिल्ली के एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) को लेकर गंभीर चिंता जताई गई। शाम 4 बजे तक AQI 296 था, जो रात 7 बजे 302 तक पहुंच गया, यानी “Very Poor” श्रेणी में। मौसम विभाग (IMD) और IITM के पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता और भी बिगड़ सकती है। इन हालातों को देखते हुए सब-कमेटी ने GRAP के Stage-II को तुरंत लागू करने का निर्णय लिया।
Weather update: दिवाली से पहले दिल्ली-NCR की हवा पर गहराया संकट, जानें आज का AQI और मौसम का हाल
• फोर व्हीलर (कार): 40रु
• टू व्हीलर (स्कूटर): 20रु
• बस: 300रु
• इनडोर कार पार्किंग: 20रु
• इनडोर स्कूटर पार्किंग: 10रु
NDMC ने स्पष्ट किया है कि यह बढ़ी हुई दरें केवल ऑफ-रोड और इनडोर पार्किंग स्थलों पर लागू होंगी। ऑन-स्ट्रीट पार्किंग स्थल और मासिक पास धारक (Monthly Pass Holders) इस बढ़े हुए शुल्क से मुक्त रहेंगे। इसका उद्देश्य निजी वाहनों के अत्यधिक उपयोग को रोकना और नागरिकों को सार्वजनिक परिवहन अपनाने के लिए प्रेरित करना है।
NDMC की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह कदम दिल्ली की हवा को स्वच्छ बनाने के लिए आवश्यक है। परिषद ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस अभियान में सहयोग करें और निजी वाहनों की जगह सार्वजनिक परिवहन, साइकिल या पैदल चलने को प्राथमिकता दें।
Delhi Air Pollution: दिल्ली में और जहरीली हुई हवा, प्रदूषण ‘गंभीर’ श्रेणी में, जानिये कब मिलेगी राहत
ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर तैयार की गई एक ऐसी प्रणाली है जो वायु गुणवत्ता के स्तर के अनुसार कार्रवाई तय करती है। इस योजना को पहली बार दिल्ली-एनसीआर में लागू किया गया था। GRAP के तहत चार चरण तय किए गए हैं।
1. Stage-I (Poor): AQI 201–300
2. Stage-II (Very Poor): AQI 301–400
3. Stage-III (Severe): AQI 401–450
4. Stage-IV (Severe+Emergency): AQI 450+
दिल्ली की हवा लगातार खराब हो रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, इसके मुख्य कारण पराली जलाना (खासकर हरियाणा और पंजाब में), बढ़ते वाहन प्रदूषण, धूल, निर्माण कार्य और औद्योगिक धुआं और धीमी हवा और तापमान में गिरावट, जिससे प्रदूषक तत्व फैल नहीं पाते है। इन सभी कारणों से दिल्ली का AQI अक्टूबर के अंत तक “Very Poor” श्रेणी में पहुंच गया है।
No related posts found.