हिंदी
यूपीएससी टॉपर और युवा आईएएस अधिकारी नंदिनी के.आर. नई दिल्ली में स्थित डाइनामाइट न्यूज़ के मुख्यालय में पहुंची, जहां उन्होंने युवा पत्रकारों से बातचीत की। आईएएस नंदिनी को आज जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा सम्मानित किया गया है।
IAS नंदिनी के.आर. पहुंची डाइनामाइट न्यूज़ के मुख्यालय
New Delhi: 2017 की यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में अखिल भारतीय रैंक 1 हासिल करने वाली युवा आईएएस अधिकारी नंदिनी के.आर. ने नई दिल्ली स्थित डाइनामाइट न्यूज़ के मुख्यालय का दौरा किया। डायनामाइट न्यूज़ के प्रधान संपादक मनोज टिबड़ेवाल आकाश ने डाइनामाइट न्यूज़ टीम के सभी सदस्यों से नंदिनी का परिचय कराया।
उन्होंने युवा पत्रकारों से बातचीत की और प्रेरक विचार साझा किए। नंदिनी वर्तमान में कर्नाटक के मांड्या जिले में तैनात हैं। जल संरक्षण के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए आज (18 नवंबर 2025) नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें सम्मानित किया।

आईएएस नंदिनी ने सरकारी स्कूल से पढ़ाई की। शुरुआती शिक्षा पूरी करके उन्होंने बारहवीं के लिए चिकमंगलूर जिले के मूदाबिदरी में अध्ययन किया। उन्होंने परीक्षा में 94.83 प्रतिशत अंक प्राप्त कर उत्कृष्टता का परिचय दिया। बेंगलुरू के एमएस रमैय्या इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद भी नंदिनी ने प्रशासनिक सेवा का मार्ग चुना। वे कर्नाटक के कोलार जिले के एक शिक्षक परिवार से ताल्लुक रखती हैं। इंजीनियरिंग की पृष्ठभूमि होने के बावजूद उन्होंने कन्नड़ साहित्य को अपने वैकल्पिक विषय के रूप में चुना। नंदिनी का मानना है, “सिर्फ प्रशासनिक सेवा ही क्यों, हम जहां भी हों, अपना सर्वश्रेष्ठ दें।”

नंदिनी ने कर्नाटक के पीडब्ल्यूडी विभाग में नौकरी ज्वाइन कर ज़मीनी स्तर पर सरकारी कामकाज को समझा। वहीं उन्होंने आईएएस बनने का सपना देखा और उसे साकार करने के लिए जुट गई। उन्होंने मीडिया को दिए इंटरव्यू में कहा, “तब ही मैंने सोचा कि मैं आईएएस अफ़सर बनकर समाज के लिए बेहतर काम कर सकती हूं।”

उनका पहला प्रयास 2015 में हुआ, जिसमें उन्होंने 642वीं रैंक हासिल की और दिसंबर 2015 में आईआरएस सेवा ज्वाइन की। प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने दिल्ली में एक कोचिंग संस्थान के साथ जुड़कर तैयारी जारी रखी। अगले ही साल यानी 2016 में नंदिनी ने आईएएस परीक्षा पास कर टॉप रैंक हासिल कर अपनी क्षमता साबित की।