

दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) चुनाव में इस बार आईसी-डीएसएफ गठबंधन ने जीत हासिल की है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
जेएनयू छात्र संघ चुनाव में लेफ्ट का दबदबा (इमेज सोर्स- इंटरनेट)
नई दिल्ली: दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनावों में लेफ़्ट ने बाजी मारी है। जेएनयूएसयू के तीन प्रमुख पदों पर वामपंथी छात्र संगठनों के उम्मीदवारों की जीत हुई है। इसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और महासचिव का पद शामिल है, जबकि संयुक्त सचिव का पद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के खाते में गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार अध्यक्ष पद (President) पर नीतीश कुमार, उपाध्यक्ष (Vice President) मनीषा, महासचिव (General Secretary), मुन्तहा फातिमा और संयुक्त सचिव पद (Joint Secretary) पर वैभव मीणा को जीत हासिल हुई है।
JNSU चुनाव आयोग की ओर से सोमवार देर रात जारी नतीजों के अनुसार ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) के नीतीश कुमार ने 1,702 वोटों पाकर अध्यक्ष पद पर जीत दर्ज की। ABVP की शिखा स्वराज को 1430 जबकि स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) कैंडिडेट तैयब्बा अहमद को 918 वोट मिले।
डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स फेडरेशन (DSF) की मनीषा उपाध्यक्ष (1150 वोट) ने 34 वोट से ABVP के निट्टू गौतम को हराया। महासचिव पद पर मुन्तहा फातिमा (1520 वोट) जीतीं। वहीं, ABVP के वैभव मीणा ने 1518 वोटों के साथ संयुक्त सचिव चुने गए। 25 अप्रैल को हुए चुनाव में 7,905 स्टूडेंट्स में से 5,500 ने इलेक्शन में मतदान किया है।
जानकारी के अनुसार 25 अप्रैल को हुए चुनावों में लगभग 70 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया था जिसमें 7,906 वोटरों में से 5,500 वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है।
ABVP ने अकेले दम पर चुनाव लड़ा और 9 साल बाद JNSU में जगह बनाई। 2015-16 के बाद ABVP ने JNSU के केंद्रीय पैनल में जगह बनाई है। ABVP ने 2000-01 में अध्यक्ष पद जीता था।
पिछले साल JNSU चुनाव में लेफ्ट ने चारों सीटों- प्रेसिडेंट, वाइस प्रेसिडेंट, जनरल सेक्रेटरी और जॉइंट सेक्रेटरी पर जीत हासिल की थी। ABVP को हार का सामना करना पड़ा।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) चुनाव परिणाम आने के बाद नवनिर्वाचित अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि हम छात्रों और उनके कल्याण के लिए काम करेंगे।
नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष मनीषा ने कहा कि इस जीत का श्रेय विश्वविद्यालय को जाता है। जेएनयू लाल था और लाल ही रहेगा। हमने हमेशा छात्रों के लिए काम किया और उनकी आवाज उठाई और हम भविष्य में भी यह काम करते रहेंगे।
नवनिर्वाचित महासचिव मुन्तेहा फातिमा ने कहा कि हम छात्रों के अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे।
नवनिर्वाचित संयुक्त सचिव वैभव मीणा ने कहा कि हमने एक दशक के बाद यह जीत हासिल की है और अगले चुनाव में एबीवीपी सभी चार सीटें जीतेगी।