

स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराना हर भारतीय के लिए गर्व की बात है, लेकिन इसके साथ जुड़ी मर्यादाओं और नियमों का पालन जरूरी है। जानें इस दिन क्या करें और क्या न करें ताकि राष्ट्रध्वज का सम्मान बना रहे।
तिरंगा फहराने के नियम
New Delhi: स्वतंत्रता दिवस भारत के सबसे गर्वपूर्ण और ऐतिहासिक अवसरों में से एक है। हर साल 15 अगस्त को हम अपनी आज़ादी की वर्षगांठ मनाते हैं, वो आज़ादी जो अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों और संघर्षों से मिली है। इस दिन तिरंगा फहराकर, राष्ट्रगान गाकर और देशभक्ति के रंगों में डूबकर हम अपने देश के प्रति सम्मान व्यक्त करते हैं।
हालांकि, इस उत्सव में उमंग और जोश के साथ कुछ ज़िम्मेदारियां भी होती हैं। राष्ट्रीय ध्वज यानी तिरंगा केवल एक झंडा नहीं, बल्कि देश की अस्मिता, अखंडता और संप्रभुता का प्रतीक है। इसे फहराने और प्रयोग करने के नियम स्पष्ट रूप से भारतीय ध्वज संहिता 2002 में बताए गए हैं।
अक्सर लोग जानकारी के अभाव में अनजाने में ऐसे कार्य कर बैठते हैं जो झंडे का अपमान करते हैं। ऐसे में हर नागरिक का कर्तव्य है कि वो क्या करें और क्या न करें की जानकारी रखे और तिरंगे का पूरा सम्मान करे। इस स्वतंत्रता दिवस 2025 पर आइए जानें कि तिरंगा फहराते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि गर्व और सम्मान दोनों बरकरार रहें।
क्या करें (Do's)
1. ध्वज संहिता का पालन करें
भारतीय ध्वज संहिता 2002 के अनुसार तिरंगा फहराने और उपयोग करने के स्पष्ट नियम हैं। इसको पढ़ें और समझें।
2. साफ और अच्छी स्थिति में ध्वज फहराएं
तिरंगा हमेशा साफ-सुथरा और क्षतिग्रस्त रहित होना चाहिए। फटा, मैला या मुड़ा हुआ झंडा अपमान माना जाता है।
3. सही समय और स्थान पर फहराएं
तिरंगा सूर्योदय से सूर्यास्त तक ही फहराया जा सकता है (रात्रि में तभी जब उचित प्रकाश व्यवस्था हो)। इसे सार्वजनिक और गरिमामयी स्थानों पर फहराएं।
4. ध्वज को ऊंचाई पर रखें
अन्य झंडों की तुलना में तिरंगा हमेशा ऊँचाई पर होना चाहिए। यदि अन्य झंडे भी हैं तो तिरंगा बीच में और सबसे ऊपर हो।
5. राष्ट्रीय गान के समय सावधान मुद्रा में रहें
तिरंगा फहराते समय अगर राष्ट्रगान हो रहा है, तो सावधान मुद्रा में खड़े होकर सम्मान दें।
क्या न करें (Don'ts)
1. तिरंगे का उपयोग कपड़े या सजावट में न करें
तिरंगे को किसी परिधान, मेजपोश, गाड़ी की ढकी या सजावट के रूप में इस्तेमाल करना नियमों के खिलाफ है।
2. झंडे को जमीन या पानी पर न गिरने दें
तिरंगा कभी भी ज़मीन या पानी को नहीं छूना चाहिए। यह अपमानजनक माना जाता है।
3. झंडे को नीचे करके न रखें
कभी भी तिरंगे को उल्टा या उलटी दिशा में न फहराएं। इसका अर्थ अपमान हो सकता है।
4. किसी भी प्रकार का लेख या चित्र न छापें
झंडे पर किसी भी प्रकार की लिखावट, विज्ञापन या चित्र अंकित करना गलत है।
5. ध्वज का दुरुपयोग न करें
राष्ट्रीय ध्वज का उपयोग गाड़ी ढकने, कुर्सी पर बिछाने, पोस्टर आदि में नहीं किया जाना चाहिए।