Election Reforms: ब्राजील की मॉडल से लेकर चुनाव चोरी और संस्थानों पर कब्जा; जानिये राहुल गांधी ने कैसे गरमाया लोकसभा का माहौल

चुनाव सुधार बहस में राहुल गांधी ने वोट की ताकत, ब्राज़ील मॉडल, चुनाव चोरी, SIR अनियमितताओं और RSS द्वारा संस्थानों पर कब्ज़े का आरोप लगाकर लोकसभा का माहौल गरमा दिया। बार-बार टोके जाने पर उन्होंने विरोध जताया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Poonam Rajput
Updated : 9 December 2025, 6:04 PM IST

New Delhi: लोकसभा में चुनाव सुधार पर चल रही चर्चा उस समय तीखी हो गई जब नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपनी बात रखते हुए सरकार और RSS पर सीधे हमले बोले। उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र 1.5 अरब लोगों की “वोट शक्ति” से बना एक ऐसा फैब्रिक है, जो हर संस्थान लोकसभा, राज्यसभा, विधानसभा, पंचायत को मजबूती देता है। उन्होंने कहा, “HAL, BHEL, ONGC, तेजस, चंद्रयान-इनमें से कुछ भी वोट के बिना अस्तित्व में नहीं होता।”

“RSS समानता के विचार को सहन नहीं कर पाती”

राहुल गांधी ने इस दौरान अपनी आलोचना का निशाना RSS पर केंद्रित किया। उन्होंने आरोप लगाया कि संघ समानता के सिद्धांत से परेशान रहता है। उन्होंने कहा: “आरएसएस देश की सभी संस्थाओं पर कब्जा करना चाहता है।” “नाथूराम गोडसे ने गांधी जी को मारा—यह सच्चाई आज भी कई लोगों को असहज करती है।” LOP ने दावा किया कि गांधी की हत्या के बाद “संस्थागत कब्ज़े” का प्रोजेक्ट शुरू किया गया।

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शिक्षा, एजेंसियों और संस्थानों पर नियंत्रण का आरोप

राहुल गांधी ने कहा कि पिछले कई वर्षों में सरकार और RSS ने मिलकर देश की प्रमुख संस्थाओं को नियंत्रित किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालयों में अयोग्य कुलपति नियुक्त किए जा रहे हैं, वैज्ञानिक व शैक्षणिक योग्यता से समझौता किया जा रहा है, CBI, ED और आयकर विभाग जैसी एजेंसियों का राजनीतिक उपयोग हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया लोकतंत्र को कमजोर कर रही है और असहमति की आवाजों को दबाने की कोशिश है।

राहुल को कई बार रोका, स्पीकर पैनल बोला-“विषय पर बोलिए”

राहुल गांधी का भाषण कई बार बाधित हुआ। स्पीकर पैनल के सदस्यों ने कहा- “माननीय सदस्य, चर्चा चुनाव सुधार पर है। आप विषय से हटकर बात कर रहे हैं।” इस पर संसदीय कार्य मंत्री किरें रिजिजू भी बोले-“हम सुनने बैठे हैं, पर ये चुनाव सुधार पर नहीं बोल रहे हैं।” इस बीच राहुल गांधी नाराज़ होकर बोले-“तो क्या मैं चला जाऊं?”

राहुल गांधी ने कहा कि असली बहस वोट की ताकत, वोट चोरी, SIR फ्रेमिंग और चुनावी पारदर्शिता पर होनी चाहिए, लेकिन उन्हें अपनी बात रखने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि “मैं वोट, SIR और लोकतंत्र से जुड़े मुद्दों पर बोल रहा हूं। यह अनुचित है कि मुझे रोका जा रहा है। मैं विरोध दर्ज करता हूं।”

लोकसभा में चुनाव सुधार पर बहस राहुल गांधी के आरोपों से बेहद गर्म हो गई। ब्राजील मॉडल, वोट की शक्ति, संस्थागत कब्ज़ा, गांधी की हत्या और RSS पर आरोप जैसे मुद्दों ने सदन का माहौल तनावपूर्ण बना दिया। राहुल गांधी बार-बार टोकाटाकी का विरोध करते रहे, जबकि सरकार ने कहा कि वे मुद्दे से भटक रहे हैं। बहस धीमी शुरुआत के बाद एक बड़े राजनीतिक टकराव में तब्दील हो गई।

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  • New Delhi

Published : 
  • 9 December 2025, 6:04 PM IST