भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों पर कार्रवाई तेज, दिल्ली-हरियाणा में कई गिरफ्तार

भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए तीन को दोषी करार दिया गया है। पढे़ं डाइनामाइट न्यूज़ का पूरी खबर

Post Published By: सौम्या सिंह
Updated : 8 June 2025, 6:13 PM IST
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मुंबई: भारत में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है। ताजा मामले में मुंबई की एक स्थानीय अदालत ने तीन बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में रहने का दोषी करार दिया है। अदालत ने तीनों को तीन महीने की सजा और 500 रुपये का जुर्माना सुनाया है। साथ ही आदेश दिया है कि सजा पूरी होने के बाद उन्हें देश से निर्वासित किया जाए।

मुंबई से गिरफ्तारी, दस्तावेज नहीं थे मौजूद

पुलिस ने बताया कि 9 जनवरी को मलाड ईस्ट स्थित वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे के पास एक होटल से शुभम सरदार नामक एक बांग्लादेशी युवक को पकड़ा गया। इसके बाद 7 मार्च को मलाड ईस्ट के कुरार गांव में ओमकार एसआरए बिल्डिंग के गेट के पास से दो महिलाओं मेहरुन सरदार और अल्पना सरदार को गिरफ्तार किया गया। तीनों मुंबई में छोटे-मोटे काम कर रहे थे लेकिन उनके पास कोई वैध दस्तावेज नहीं मिला।

इन तीनों को अदालत में पेश किया गया जहां दोषी साबित होने पर उन्हें जेल की सजा और देश से निष्कासन का आदेश दिया गया।

दिल्ली और हरियाणा में भी अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की धरपकड़

सिर्फ मुंबई ही नहीं, दिल्ली और हरियाणा में भी पुलिस ने अवैध घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई की है। 25 मई को दिल्ली पुलिस ने हरियाणा के मेवात में ईंट भट्टे पर काम कर रहे नौ बांग्लादेशी नागरिकों के परिवार को हिरासत में लिया। ये लोग पुलिस की छापेमारी से पहले फरार हो गए थे, लेकिन 23 मई को वजीरपुर जेजे कॉलोनी में चले एक निगरानी अभियान के बाद उन्हें पकड़ लिया गया।

Action against Bangladeshi citizens

प्रतीकात्मक छवि (फाटो सोर्स- इंटरनेट)

पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे सभी भारत-बांग्लादेश सीमा के रास्ते पश्चिम बंगाल के कूच बिहार जिले से अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए थे। पकड़े गए लोगों में एक 45 दिन का नवजात शिशु भी शामिल है। उनके पास न तो आधार कार्ड था और न ही कोई कानूनी दस्तावेज।

पुलिस ने उनके पास से एक स्मार्टफोन भी जब्त किया, जिससे वे बांग्लादेश में अपने रिश्तेदारों से फेक वीडियो कॉल ऐप्स के जरिए संपर्क में रहते थे।

तस्करी पर कार्रवाई, सीमा पर मारा गया बांग्लादेशी तस्कर

भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी की गतिविधियों में लगे तत्वों के खिलाफ सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने भी सख्ती दिखाई है। त्रिपुरा के उनोकोटी जिले में स्थित देबीपुर क्षेत्र में 2 जून को BSF जवानों के साथ हुई झड़प में एक बांग्लादेशी तस्कर मारा गया।

रिपोर्ट्स के अनुसार, 31 मई की रात को सीमा पर भारी बारिश का फायदा उठाते हुए तस्करों के एक समूह ने BSF की पोस्ट पर पत्थरबाजी और हथियारों से हमला करने की कोशिश की। चेतावनी देने के बावजूद जब वे नहीं माने तो जवानों को आत्मरक्षा में फायरिंग करनी पड़ी। इसी दौरान एक तस्कर मारा गया।

बांग्लादेशी नागरिकों की भारत में अवैध घुसपैठ, रहने, और तस्करी जैसी गतिविधियाँ एक बढ़ती हुई सुरक्षा चुनौती बनती जा रही है। जहां मुंबई, दिल्ली और हरियाणा में ऐसे प्रवासियों को गिरफ्तार किया जा रहा है, वहीं सीमा पर BSF की मुस्तैदी तस्करों के मंसूबों पर पानी फेर रही है।

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