

नेपाल के त्रिवेणी धाम से जल लेकर हजारों कांवरिए सिसवा पहुंचे, जहां भक्तिमय माहौल में उनका भव्य स्वागत हुआ। कांवरियों की सुरक्षा, जलपान और रात्रि विश्राम के लिए व्यापक इंतजाम किए गए। सोमवार को कांवरिए बउरहवा बाबा मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक करेंगे।
बउरहवा बाबा पर जलाभिषेक करने पहुंचे कांवरिए
Maharajganj: सावन के अंतिम रविवार को श्रद्धा, भक्ति और उत्साह के साथ हजारों कांवरिए नेपाल स्थित पवित्र त्रिवेणी संगम धाम से पवित्र जल लेकर लगभग 80 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हुए सिसवा कस्बे पहुंचे। इस दौरान 'बोल बम' के जयघोष से रास्ता गूंज उठा और सिसवा नगर में उनके स्वागत में भक्तिमय माहौल बन गया।
कांवरियों का जत्था नेपाल के रानीपुर, सुरजपुरवा, झुलनीपुर, बहुआर, चन्दा गुलरभार, बसुली, जहदा, कटहरी, दुर्गवलिया पुल, सबया, अमडीहा होते हुए सिसवा पहुंचा। नगर में प्रवेश करते ही स्थानीय लोगों और धार्मिक संगठनों ने पुष्प वर्षा कर कांवरियों का जोरदार स्वागत किया।
रात्रि विश्राम के लिए राम जानकी मंदिर, हनुमान गढ़ी मंदिर, वन देवी मंदिर, संस्कृत पाठशाला, श्याम मंदिर, सायर देवी मंदिर और जायसवाल नगर के शिव मंदिर में विशेष आरती, भजन-कीर्तन और जागरण का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं के लिए भंडारे, पेयजल, चिकित्सा और ठहरने की भी व्यापक व्यवस्था की गई थी।
जल लेकर हजारों कांवरिए सिसवा पहुंचे
स्थानीय समाजसेवी जैसे राहुल जायसवाल, अतुल जायसवाल, अनुप जायसवाल, सोनू निषाद, सिद्धार्थ पाण्डेय, प्रमोद जायसवाल, जितेंद्र वर्मा और शिब्बू मल्य ने अपने-अपने स्तर से जलपान व विश्राम की व्यवस्था की। उनका कहना था कि यह सेवा उन्हें सौभाग्य की अनुभूति कराती है।
सोमवार को कांवरिए बउरहवा बाबा धाम के लिए रवाना होंगे, जहां पवित्र त्रिवेणी जल से भगवान भोलेनाथ का विधिपूर्वक जलाभिषेक करेंगे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सावन माह में भगवान शिव का जलाभिषेक विशेष पुण्य प्रदान करता है।
कांवर यात्रा की सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। कोठीभार थानाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि दुर्गवलिया पुल और निचलौल बस स्टैंड के पास से भारी वाहनों को वैकल्पिक मार्गों पर डायवर्ट किया गया है। बउरहवा बाबा मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष कतारबद्ध दर्शन की व्यवस्था की गई है।
यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है और संवेदनशील क्षेत्रों में बैरिकेडिंग की गई है, जिससे कांवरिए निर्बाध रूप से अपनी आस्था की यात्रा पूरी कर सकें।
इस पावन अवसर पर सिसवा नगर में भक्ति और उल्लास का अद्भुत संगम देखने को मिला। भक्तों की सेवा में जुटे संगठन, प्रशासन और आम लोग मिलकर सावन के इस महापर्व को यादगार बना रहे हैं।