दिल्ली में बढ़ा H3N2 वायरस का खतरा, जानें क्या है इस वायरल के लक्षण

दिल्ली में ठंडी हवाओं और प्रदूषण के बीच H3N2 वायरस का असर तेजी से बढ़ रहा है। यह इन्फ्लूएंजा A का प्रकार है जो बच्चों और बुज़ुर्गों को ज्यादा प्रभावित कर रहा है। लगातार खांसी, बुखार और गले में खराश से सावधानी बरतने की जरूरत है। मास्क और इम्यूनिटी बढ़ाना जरूरी है।

Post Published By: Sapna Srivastava
Updated : 17 September 2025, 3:56 PM IST
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New Delhi: दिल्ली में मौसम बदलते ही ठंडी हवाओं के साथ प्रदूषण की समस्या भी बढ़ गई है। ऐसे में मौसमी फ्लू और वायरल बुखार आम होते हैं, लेकिन इस बार H3N2 वायरस ने लोगों की परेशानियाँ और बढ़ा दी हैं। यह वायरस खासतौर पर बच्चों, बुज़ुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को प्रभावित कर रहा है। तेज बुखार, लगातार खांसी, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द जैसे लक्षण देखकर लोग घबराए हुए हैं।

H3N2 वायरस क्या है?

H3N2, इन्फ्लूएंजा A वायरस का ही एक प्रकार है। यह वायरस हर साल मौसम बदलने के साथ फैलने लगता है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में यह आसानी से संक्रमण फैला देता है। दिल्ली जैसे बड़े शहर में मेट्रो, बाजार, स्कूल और कार्यालयों में भीड़ अधिक होने के कारण इसका असर तेजी से बढ़ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रदूषण और ठंड का संयोजन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देता है, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा और अधिक बढ़ जाता है।

viral fever

H3N2 वायरस

क्यों बढ़ रहा है इसका असर?

  • प्रदूषित हवा सांस संबंधी समस्याओं को बढ़ा रही है।
  • ठंडे मौसम में शरीर की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है।
  • बच्चों और बुज़ुर्गों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण वे जल्दी संक्रमित हो रहे हैं।
  • भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क न पहनने से संक्रमण का खतरा बढ़ता है।

H3N2 वायरस के लक्षण

इस वायरस के प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं:

  • अचानक तेज बुखार होना
  • लगातार खांसी और गले में खराश
  • मांसपेशियों में दर्द और थकान
  • नाक बंद होना या बहना
  • सिर में दर्द और कमजोरी
  • कभी-कभी उल्टी या जी मिचलाना

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बचाव के उपाय

डॉक्टरों के अनुसार, सावधानी बरतना ही इस वायरस से बचने का सबसे अच्छा तरीका है:

  • भीड़भाड़ वाली जगहों पर फेस मास्क का उपयोग करें।
  • बार-बार हाथ धोएं और सेनिटाइजर का प्रयोग करें।
  • विटामिन C से भरपूर फल और हरी सब्जियाँ खाकर इम्यूनिटी मजबूत करें।

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  • पर्याप्त पानी पिएं, ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे।
  • बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयाँ न लें।
  • पर्याप्त आराम करें, ताकि शरीर जल्दी रिकवर कर सके।

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