

पितृपक्ष 2025 7 सितंबर से शुरू हो रहा है। घर की तरह ही वाहन खरीदना भी कई लोगों का सपना होता है। जैसे हिंदू धर्म में मांगलिक कार्य से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है। पितृपक्ष के दौरान वाहन खरीदारी शुभ नहीं मानी जाती। शुभ मुहूर्त में वाहन बुक करना सफलता, समृद्धि और सुरक्षा लाता है।
पितृपक्ष के दौरान वाहन खरीदारी वर्जित
New Delhi: घर की तरह ही वाहन खरीदना भी कई लोगों का सपना होता है। जैसे हिंदू धर्म में मांगलिक कार्य से पहले शुभ मुहूर्त देखा जाता है, वैसे ही वाहन खरीदने या उसकी बुकिंग के लिए भी शुभ समय देखा जाता है। मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में वाहन खरीदने से जीवन में सफलता और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है।
हालांकि, 7 सितंबर से पितृपक्ष 2025 शुरू होने वाला है। इस दौरान किसी भी मांगलिक कार्य या शुभ खरीदारी को अनुचित माना जाता है। इसलिए जो लोग वाहन बुक करना चाहते हैं, उनके लिए पितृपक्ष से पहले और बाद के शुभ मुहूर्त जानना आवश्यक है।
पितृ पक्ष का धार्मिक महत्व (Img: Google)
पितृपक्ष शुरू होने से पहले कुछ दिन वाहन बुकिंग के लिए अत्यंत शुभ हैं।
5 सितंबर 2025, शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी को समर्पित रहेगा। इस दिन ओणम का पर्व और शुक्र प्रदोष व्रत भी मनाया जाएगा। पूजा-पाठ और व्रत के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 06:01 बजे से शुरू होकर 6 सितंबर की सुबह 03:12 बजे तक रहेगा।
इस समय वाहन बुक करना जीवन में समृद्धि और सुरक्षा लेकर आता है। विशेषज्ञों के अनुसार, मंगल और शुभ ग्रहों का संयोग वाहन खरीदारी के लिए उपयुक्त समय बनाता है।
ज्योतिषीय दृष्टि से निम्नलिखित दिन वाहन खरीदारी के लिए सबसे अनुकूल माने जाते हैं:
राहु काल: इस समय वाहन खरीदना या बेचना अनुचित माना जाता है। अमावस्या का दिन: इस दिन भी खरीदारी से बचें।