

हर साल 10 अगस्त को मनाया जाने वाला “नेशनल लेज़ी डे” हमें आराम करने और खुद को रिचार्ज करने की एक मज़ेदार वजह देता है। नेशनल लेज़ी डे सिर्फ आराम का दिन नहीं, बल्कि एक मौका है यह समझने का कि आखिर हमें बार-बार क्यों लगता है आलसीपन। जानिए उन 5 वजहों को जो आपको दिनभर सुस्त बनाए रखती हैं और साथ ही उनके असरदार समाधान।
नेशनल लेज़ी डे (Img: Google)
New Delhi: हर साल 10 अगस्त को मनाया जाने वाला "नेशनल लेज़ी डे" हमें आराम करने और खुद को रिचार्ज करने की एक मज़ेदार वजह देता है। लेकिन अगर आप हर दिन थका हुआ, धीमा और प्रेरणाहीन महसूस करते हैं, तो यह सिर्फ एक छुट्टी की बात नहीं रह जाती। यह आपके शरीर और दिमाग से जुड़ी एक गंभीर चेतावनी हो सकती है।
दिनभर आलस और सुस्ती केवल शारीरिक थकावट का नतीजा नहीं है, इसके पीछे कई मानसिक और जीवनशैली संबंधी कारण भी छिपे होते हैं। आइए जानते हैं पांच ऐसे सामान्य कारण, जो लोगों को हर दिन आलसी बना देते हैं और फिर बात करते हैं कि इससे निपटने के लिए क्या किया जा सकता है।
1. नींद की कमी या खराब नींद का पैटर्न
अगर आप रोज़ 6-7 घंटे से कम सोते हैं या नींद के दौरान बार-बार जागते हैं, तो दिनभर थकान और चिड़चिड़ापन बना रहना स्वाभाविक है।
क्या करें:
सोने से एक घंटा पहले स्क्रीन टाइम कम करें, एक तय समय पर सोने और जागने की आदत डालें।
2. गलत खानपान
अत्यधिक प्रोसेस्ड फूड, कैफीन और शुगर का सेवन शरीर की एनर्जी को घटाता है और ब्लड शुगर लेवल को असंतुलित करता है, जिससे आलस आता है।
क्या करें:
फल, हरी सब्जियां, प्रोटीन और पर्याप्त पानी का सेवन करें। नियमित अंतराल पर हल्का भोजन लें।
3. मानसिक तनाव और चिंता
तनाव, डिप्रेशन या एंग्जायटी भी थकावट और ऊर्जा की कमी का कारण बनते हैं।
क्या करें:
मेडिटेशन, योग और माइंडफुलनेस का अभ्यास करें। जरूरत हो तो किसी विशेषज्ञ से परामर्श लें।
4. शारीरिक गतिविधि की कमी
शरीर को यदि नियमित रूप से गति नहीं मिलती, तो वह सुस्त हो जाता है।
क्या करें:
हर दिन कम से कम 30 मिनट की हल्की एक्सरसाइज़ करें – जैसे तेज़ चलना, स्ट्रेचिंग या साइकल चलाना।
5. लक्ष्य की स्पष्टता और प्रेरणा की कमी
कभी-कभी हमें यह ही नहीं पता होता कि हमें दिनभर क्या करना है, जिससे एक प्रकार की मानसिक सुस्ती छा जाती है।
क्या करें:
दिन की शुरुआत एक To-Do लिस्ट के साथ करें, छोटे लक्ष्य निर्धारित करें और हर पूरे किए काम के बाद खुद को सराहें।