

आज के समय में हर चीज स्मार्ट और इलेक्ट्रॉनिक हो गई है। फिर चाहे वो मोबाइल फोन हो, घर के उपकरण या फिर आपकी रोज़मर्रा की हाइजीन से जुड़ी चीजें।
Electric Brush
नई दिल्ली: आज के समय में हर चीज स्मार्ट और इलेक्ट्रॉनिक हो गई है। फिर चाहे वो मोबाइल फोन हो, घर के उपकरण या फिर आपकी रोज़मर्रा की हाइजीन से जुड़ी चीजें। इसी कड़ी में एक नाम आता है इलेक्ट्रिक टूथब्रश का, जिसे आमतौर पर परंपरागत मैन्युअल ब्रश के मुकाबले अधिक प्रभावी और आधुनिक माना जा रहा है। लेकिन कई लोग अब भी इस सवाल से उलझे रहते हैं कि क्या इलेक्ट्रिक ब्रश वाकई में दांतों की सफाई के लिए बेहतर है या यह केवल एक फैशनेबल दिखावा भर है? आइए, हम इस लेख में जानते हैं कि इलेक्ट्रिक ब्रश के क्या वास्तविक फायदे हैं और इसके साथ जुड़े संभावित नुकसान क्या हो सकते हैं ताकि आप तय कर सकें कि यह आपके लिए सही विकल्प है या नहीं।
बेहतर और गहरी सफाई: इलेक्ट्रिक ब्रश में रोटेटिंग या वाइब्रेटिंग ब्रिसल्स होते हैं जो सामान्य ब्रश की तुलना में दांतों की सतह और बीच की जगहों से प्लाक को अधिक प्रभावी रूप से हटा सकते हैं। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिन्हें ब्रश करते समय सही तकनीक अपनाने में कठिनाई होती है।
टाइमर और प्रेशर सेंसर जैसी स्मार्ट सुविधाएं: ज्यादातर इलेक्ट्रिक ब्रश में इन-बिल्ट टाइमर होता है जो आपको यह बताता है कि आपने पर्याप्त समय तक ब्रश किया है या नहीं। कुछ ब्रश तो प्रेशर सेंसर के साथ आते हैं, जो यह संकेत देते हैं कि आप दांतों पर बहुत ज़ोर से ब्रश कर रहे हैं या नहीं।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए सुविधाजनक: जिन बच्चों या बुजुर्गों को हाथ से ब्रश करना कठिन लगता है, उनके लिए इलेक्ट्रिक ब्रश बेहद सहायक हो सकता है। यह बिना ज़्यादा मेहनत के अच्छी सफाई देता है और उपयोग में भी आसान होता है।
कीमत होती है ज्यादा: साधारण मैन्युअल ब्रश के मुकाबले इलेक्ट्रिक ब्रश काफी महंगे होते हैं। इसके अलावा इसके ब्रश हेड को हर 3-4 महीने में बदलने की जरूरत होती है, जो एक अतिरिक्त खर्च है।
बैटरी या चार्जिंग पर निर्भरता: इलेक्ट्रिक ब्रश को चलाने के लिए बैटरी या रिचार्जेबल यूनिट की जरूरत होती है। अगर ब्रश चार्ज नहीं है तो वह किसी काम का नहीं रहता। यात्रा के दौरान यह एक असुविधा बन सकता है।