World No Tobacco Day 2025: तंबाकू के खिलाफ जागरूकता का वैश्विक अभियान, जानें क्या है इस साल की थीम

विश्व तंबाकू निषेध दिवस, तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाने और इसके उपयोग को कम करने के लिए समर्पित है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Nidhi Kushwaha
Updated : 31 May 2025, 10:42 AM IST
google-preferred

नई दिल्ली: हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day) मनाया जाता है। यह दिन तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाने और इसके उपयोग को कम करने के लिए समर्पित है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और इसके सहयोगी संगठन इस दिन को एक वैश्विक मंच के रूप में उपयोग करते हैं ताकि लोगों को तंबाकू के दुष्प्रभावों, खासकर इसके स्वास्थ्य, सामाजिक और आर्थिक नुकसानों के बारे में शिक्षित किया जा सके। आइए जानते हैं कि विश्व तंबाकू निषेध दिवस क्यों मनाया जाता है, इसका इतिहास क्या है और इसका महत्व क्या है।

विश्व तंबाकू दिवस क्यों मनाया जाता है?

विश्व तंबाकू निषेध दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को तंबाकू के सेवन से होने वाली गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग, फेफड़ों की बीमारियां और स्ट्रोक के बारे में जागरूक करना है। WHO के अनुसार, तंबाकू के सेवन से हर साल लगभग 80 लाख लोगों की मृत्यु होती है, जिनमें से 13 लाख लोग वे हैं जो तंबाकू का सेवन नहीं करते, लेकिन इसके धुएं के संपर्क में आने से प्रभावित होते हैं। इस दिन सरकारों, संगठनों और समुदायों को तंबाकू नियंत्रण नीतियों को लागू करने और तंबाकू उद्योग की हानिकारक गतिविधियों को उजागर करने के लिए प्रेरित किया जाता है।

विश्व तंबाकू दिवस का इतिहास

विश्व तंबाकू निषेध दिवस की शुरुआत विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 1987 में की थी। WHO की सभा ने 7 अप्रैल 1987 को एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें 7 अप्रैल 1988 को विश्व धूम्रपान-मुक्त दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। बाद में, 1988 में एक और प्रस्ताव पारित कर 31 मई को विश्व तंबाकू दिवस के रूप में स्थापित किया गया। तब से हर साल इस दिन को एक थीम के साथ मनाया जाता है।

विश्व तंबाकू दिवस 2025 की थीम

हर साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है। 2025 में विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम Bright products. Dark intentions. Unmasking the Appeal रखी गई है। जबकि इससे पहले 2024 में इसकी थीम Protecting children from tobacco industry interference रखी गई थी।

विश्व तंबाकू दिवस का महत्व

विश्व तंबाकू दिवस का महत्व केवल जागरूकता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह नीतिगत बदलावों को भी बढ़ावा देता है। इस दिन सरकारों को तंबाकू पर कर बढ़ाने, धूम्रपान-मुक्त क्षेत्र बनाने और तंबाकू उत्पादों के विज्ञापन पर प्रतिबंध लगाने जैसे कदम उठाने के लिए प्रेरित किया जाता है। साथ ही, यह दिन लोगों को तंबाकू छोड़ने के लिए प्रेरित करता है और समुदायों को तंबाकू-मुक्त वातावरण बनाने के लिए एकजुट करता है।

तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियां

तंबाकू सेवन से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। जैसे-

  • कैंसर: तंबाकू के सेवन से मुंह, गला, फेफड़े, आंत, यूरीन और कई अन्य अंगों में कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। यह कैंसर शरीर के विभिन्न हिस्सों में कोशिकाओं के असामान्य रूप से बढ़ने का कारण बन सकता है।
  • हृदय रोग: तंबाकू का सेवन हृदय और रक्तवाहिनियों पर नकरात्मक प्रभाव डालता है। यह रक्तदाब (ब्लड प्रेशर) बढ़ाता है और धमनियों में जकड़न (atherosclerosis) उत्पन्न करता है, जिससे दिल का दौरा (Heart Attack) और स्ट्रोक (Stroke) का खतरा बढ़ जाता है।
  • फेफड़ों की बीमारियां: तंबाकू धूम्रपान से COPD (Chronic Obstructive Pulmonary Disease) जैसी बीमारियां हो सकती हैं, जिसमें श्वास लेने में दिक्कत, खांसी और बुखार जैसी समस्याएं होती हैं। यह अस्थमा और फेफड़ों के कैंसर का भी कारण बन सकता है।
  • मधुमेह (Diabetes): तंबाकू सेवन से शरीर में इंसुलिन के प्रति प्रतिरोध बढ़ सकता है, जिससे टाइप 2 मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है। यह रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) को नियंत्रित करने में दिक्कत उत्पन्न करता है।
  • प्रजनन समस्याएं: तंबाकू का सेवन पुरुषों और महिलाओं दोनों के प्रजनन तंत्र पर नकरात्मक असर डालता है। यह पुरुषों में शुक्राणु की संख्या और गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है, जबकि महिलाओं में गर्भधारण में कठिनाई उत्पन्न कर सकता है और गर्भपात का खतरा बढ़ा सकता है।

Location : 
  • New Delhi

Published : 
  • 31 May 2025, 10:42 AM IST