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रूस ने यूक्रेन पर 450 ड्रोन और 45 मिसाइलों से अब तक का सबसे बड़ा हमला किया। दो परमाणु संयंत्रों की बिजली ठप हो गई, सात लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए। ऊर्जा ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा, जबकि IAEA से तत्काल बैठक बुलाने की मांग की गई है।
रूस-यूक्रेन जंग और भड़की (Img source: Google)
Moscow: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंच गई है। शुक्रवार (7 नवंबर 2025) रात से शनिवार सुबह तक रूस ने यूक्रेन पर भीषण ड्रोन और मिसाइल हमले किए। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इन हमलों में यूक्रेन के दो प्रमुख परमाणु ऊर्जा संयंत्रों खमेलनित्सकी और रिव्ने को बिजली देने वाले सबस्टेशनों को निशाना बनाया गया।
यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रेई सिबिहा ने रूस पर आरोप लगाया कि उसने जानबूझकर यूरोप की परमाणु सुरक्षा को खतरे में डाला है। उन्होंने कहा, “ये हमले किसी गलती से नहीं बल्कि सोची-समझी रणनीति के तहत किए गए हैं।” हमलों में कम से कम सात लोगों की मौत और कई के घायल होने की खबर है। नीपर शहर में ड्रोन गिरने से तीन लोगों की मौत हुई, जबकि ज़ापोरिज्जिया और खार्किव में चार लोगों की जान गई।
प्रधानमंत्री यूलिया स्विरीडेंको ने बताया कि हमलों की वजह से कीव, पोल्टावा और खार्किव में बिजली और पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। सरकारी ऊर्जा कंपनी त्सेंट्रेनेर्गो ने बताया कि यह फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से सबसे बड़ा हमला है। कंपनी के तीनों संयंत्रों में आग लग गई और बिजली उत्पादन शून्य हो गया। त्सेंट्रेनेर्गो यूक्रेन की कुल बिजली का लगभग 8% उत्पादन करती है, इसलिए राष्ट्रीय पावर ग्रिड पर इसका गंभीर असर पड़ा है।
ड्रोन और मिसाइलों से दहला यूक्रेन (Img source: Google)
विदेश मंत्री सिबिहा ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स से तत्काल बैठक बुलाने की मांग की है। उन्होंने चीन और भारत से अपील की कि वे रूस पर दबाव डालें ताकि वह ऐसे हमले बंद करे, जो किसी भी समय विनाशकारी परमाणु दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। उल्लेखनीय है कि रूस पहले भी ज़ापोरिज्जिया संयंत्र के पास गोलाबारी कर चुका है।
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रूस के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि यह हमला कीव की तरफ से रूस के भीतर किए गए ड्रोन हमलों के जवाब में किया गया है। मंत्रालय के मुताबिक, रूस ने हथियार उत्पादन इकाइयों और ऊर्जा प्रतिष्ठानों पर “सटीक” लंबी दूरी के हथियारों से हमला किया।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि रूस पर और कड़े प्रतिबंध लगाए जाएं। ज़ेलेंस्की ने बताया कि रूस ने एक ही रात में 450 ड्रोन और 45 मिसाइलें दागीं। यूक्रेनी वायुसेना ने दावा किया कि उसने इनमें से 406 ड्रोन और 9 मिसाइलें गिरा दीं, लेकिन कुछ मिसाइलें 25 ठिकानों पर जाकर गिरीं।
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इस हमले के बाद यूरोपीय देशों में परमाणु सुरक्षा को लेकर चिंता गहराई है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर ये हमले संयंत्रों के नजदीक जारी रहे, तो यह पूरे यूरोप के लिए खतरा साबित हो सकता है।