

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार भारत और पाकिस्तान के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और एनएसए आसिम मलिक के साथ साझा बैठक में शामिल होंगे।
भारत और पाकिस्तान के रक्षा मंत्री (सोर्स-इंटरनेट)
नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार भारत और पाकिस्तान के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी एक ही मंच पर आमने-सामने होंगे। यह बहुप्रतीक्षित मुलाकात 25 जून से चीन के किंगदाओ में शुरू हो रही शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट में होगी, जहां भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और एनएसए आसिम मलिक के साथ साझा बैठक में शामिल होंगे।
इस बैठक को कूटनीतिक दृष्टिकोण से बेहद अहम माना जा रहा है, खासकर ऑपरेशन सिंदूर के बाद, जिसमें भारत ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त सैन्य रुख अपनाया था। SCO समिट इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीतिक समीकरणों के लिहाज से भी बेहद संवेदनशील समय में हो रही है।
पाकिस्तान पर हमला बोलेगा भारत?
भारत पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद और पाक अधिकृत कश्मीर (POK) जैसे मुख्य मुद्दों पर ठोस रुख नहीं अपनाता, तब तक उससे किसी भी प्रकार की द्विपक्षीय बातचीत संभव नहीं है।
भारत बैठक में
पाकिस्तान की धरती से संचालित आतंकी साजिशों का मुद्दा उठा सकता है।
लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों को पाकिस्तान द्वारा दिए गए संरक्षण की बात सामने रख सकता है।
हालिया पहलगाम आतंकी हमले को उदाहरण बनाकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को बेनकाब करने की कोशिश कर सकता है।
भारत की रणनीति साफ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर बार-बार दोहरा चुके हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच केवल एक ही बात लायक संवाद है — आतंकवाद पर कार्यवाही और POK की वापसी।
राजनाथ सिंह ने चीन रवाना होने से पहले एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा SCO मीटिंग वैश्विक शांति, सुरक्षा और आतंकवाद खत्म करने के लिए संयुक्त प्रयासों का अवसर है।
इससे साफ है कि भारत SCO मंच पर आतंकवाद को केंद्रीय मुद्दा बनाने जा रहा है।
SCO बैठक का व्यापक एजेंडा
25 और 26 जून को चीन के किंगदाओ में SCO देशों के रक्षा मंत्री और एनएसए की बैठकें होंगी।
भारत के प्रतिनिधि रूस, चीन, ईरान और अन्य देशों के अधिकारियों से अलग-अलग मुलाकात कर सकते हैं।
हालांकि, पाकिस्तान के साथ कोई द्विपक्षीय वार्ता होने की संभावना नहीं है।
SCO: एक संक्षिप्त परिचय
स्थापना: वर्ष 2001
भारत का जुड़ाव: वर्ष 2017 से पूर्ण सदस्य
सदस्य देश: भारत, चीन, रूस, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गीस्तान, तजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान, ईरान, बेलारूस
2023 की SCO बैठक: भारत की राजधानी नई दिल्ली में हुई थी, जिसमें पाक रक्षा मंत्री वर्चुअल शामिल हुए थे।