

पिछले नौ दिनों में इजरायली हमलों में इतने ईरानी नागरिकों की हुई मौत, मामले की पूरी जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
ईरान को भारी नुकसान ( सोर्स - इंटरनेट )
तेहरान: पश्चिम एशिया में जारी तनाव के बीच ईरान ने इजरायल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के जनसंपर्क प्रमुख होसैन करमनपुर ने शनिवार को जानकारी दी कि पिछले नौ दिनों में इजरायली हमलों में 400 से अधिक ईरानी नागरिकों की मौत हुई है, जबकि 3,056 लोग घायल हुए हैं। इस हमले से ईरान में नागरिक क्षति और मानवीय संकट और गहरा गया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, होसैन करमनपुर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में बताया कि घायलों में से 2,220 लोगों का इलाज कर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है, जबकि 232 को घटनास्थल पर ही आउट पेशेंट के तौर पर प्राथमिक इलाज मुहैया कराया गया। फिलहाल गंभीर रूप से घायल लोगों का उपचार देश के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में जारी है।
ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन हमलों में सबसे ज्यादा नुकसान आम नागरिकों को हुआ है। अब तक की रिपोर्ट के मुताबिक, मारे गए 400 से अधिक लोगों में 54 महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, जो इन हमलों की भयावहता को उजागर करता है। करमनपुर ने कहा कि यह हमला न सिर्फ सैन्य ठिकानों पर था, बल्कि नागरिक बस्तियों को भी जानबूझकर निशाना बनाया गया।
संघर्ष के बीच ईरानी रेड क्रिसेंट सोसाइटी ने भी बड़ा खुलासा किया है। सोसाइटी ने बताया कि इजरायली हमले में उसका एक राहत और बचाव हेलीकॉप्टर क्षतिग्रस्त हो गया है। सोसाइटी ने इसे एक “विश्वासघाती हमला” करार दिया और कहा कि इससे मानवीय राहत कार्यों पर सीधा असर पड़ा है।
ईरान और इजरायल के बीच तनाव पिछले कुछ महीनों से लगातार बढ़ता जा रहा है। यह हमला उसी कड़ी का हिस्सा माना जा रहा है जिसमें दोनों देशों के बीच प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से संघर्ष जारी है। इजरायल की ओर से हालांकि इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन क्षेत्रीय पर्यवेक्षकों के अनुसार, यह हमला रणनीतिक दबाव बनाने और सैन्य ठिकानों को कमजोर करने के लिए किया गया हो सकता है।
ईरानी अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की है। सरकार और राहत एजेंसियां युद्धग्रस्त इलाकों में लोगों की मदद के लिए काम कर रही हैं, लेकिन हताहतों की बढ़ती संख्या और स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव के चलते हालात गंभीर बने हुए हैं। ईरान में आम नागरिकों की मौत और इजरायल पर लगे आरोपों ने इस पूरे विवाद को वैश्विक चिंता का विषय बना दिया है।