

जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा को स्थिति की पूरी जानकारी दी गई है। सरकार ने तुरंत आपात बैठक बुलाकर संभावित आपदा से निपटने के लिए राहत और बचाव अभियान की तैयारी शुरू कर दी है। यह क्षेत्र पहले भी भूकंपीय गतिविधियों का केंद्र रहा है। जुलाई महीने में भी कैमचटका क्षेत्र के पास समुद्र में कई बार भूकंप आया था, जिनमें से एक की तीव्रता 7.4 थी।
अमेरिका और जापान का झंडा
New Delhi: रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कैमचटका प्रायद्वीप में बुधवार सुबह एक शक्तिशाली भूकंप ने जोरदार झटके दिए। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 8.7 मापी गई है। भूकंप समुद्र के अंदर महज19.3 किलोमीटर की गहराई में आया, जिससे सतह पर तेज झटकों के साथ-साथ सुनामी का खतरा भी पैदा हो गया है।
जापान और अमेरिका की एजेंसियों ने जारी किया अलर्ट
भूकंप के बाद जापान और अमेरिका की मौसम एजेंसियों ने सुनामी चेतावनी (Tsunami Watch) जारी कर दी है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी का कहना है कि करीब 1 मीटर (3.28 फीट) ऊंची लहरें जापान के कुछ तटीय क्षेत्रों से टकरा सकती हैं। वहीं, यूएस सुनामी चेतावनी केंद्र ने चेतावनी दी है कि भूकंप के अगले तीन घंटों में रूस और जापान के अलावा फिलीपींस, पलाऊ, मार्शल आइलैंड्स और अन्य प्रशांत द्वीपों में भी लहरें महसूस की जा सकती हैं।
जापान ने की आपात बैठक, राहत कार्य शुरू
जापान के प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा को स्थिति की पूरी जानकारी दी गई है। सरकार ने तुरंत आपात बैठक बुलाकर संभावित आपदा से निपटने के लिए राहत और बचाव अभियान की तैयारी शुरू कर दी है। यह क्षेत्र पहले भी भूकंपीय गतिविधियों का केंद्र रहा है। जुलाई महीने में भी कैमचटका क्षेत्र के पास समुद्र में कई बार भूकंप आया था, जिनमें से एक की तीव्रता 7.4 थी।
तटीय क्षेत्रों से निकाले जा रहे लोग
रूस के सखालिन क्षेत्र के सेवेरो-कुरील्स्क शहर से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। प्रशासन ने युद्धस्तर पर राहत अभियान शुरू कर दिया है। क्षेत्रीय गवर्नर ने बताया कि अब तक किसी के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन एक किंडरगार्टन को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने इसे दशकों का सबसे शक्तिशाली भूकंप बताया और तटीय क्षेत्रों में रहने वालों से सुरक्षित जगहों पर जाने की अपील की है।
अफवाहों से बचने की अपील
स्थानीय प्रशासन ने आम लोगों से सतर्क रहने, आपातकालीन निर्देशों का पालन करने और अफवाहों से दूर रहने की अपील की है। साथ ही लोगों को आपात किट तैयार रखने, मोबाइल फोन चार्ज रखने और सरकारी सूचनाओं पर ही भरोसा करने की सलाह दी गई है।