

अफगानिस्तान में लगातार भूकंप के झटकों से हालात गंभीर हो चुके हैं, 24 घंटे में 5 से अधिक झटके महसूस किए गए। अब तक 2200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों घायल हैं। भारत ने तत्काल मानवीय सहायता के तहत काबुल को 21 टन राहत सामग्री भेजी है।
अफगानिस्तान में लगातार भूकंप के झटकों से हालात गंभीर
New Delhi: अफगानिस्तान में लगातार भूकंप के झटकों से हालात गंभीर हो चुके हैं, 24 घंटे में 5 से अधिक झटके महसूस किए गए। अब तक 2200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों घायल हैं। भारत ने तत्काल मानवीय सहायता के तहत काबुल को 21 टन राहत सामग्री भेजी है।
शुक्रवार तड़के 3:16 बजे फिर आया भूकंप
अफगानिस्तान एक बार फिर प्राकृतिक आपदा की चपेट में आ गया है। बीते 24 घंटों के दौरान यहां भूकंप के कई तेज झटके महसूस किए गए। जिससे अफगान जनता में दहशत का माहौल है। भारत के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार शुक्रवार तड़के 3:16 बजे अफगानिस्तान में 4.9 तीव्रता का भूकंप आया, जबकि इससे पहले गुरुवार रात 11:58 बजे रिक्टर स्केल पर 4.1 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया।
रात 11:30 बजे भूकंप महसूस किया गया
गुरुवार रात लगभग 11:30 बजे 5.8 तीव्रता का एक और भूकंप महसूस किया गया था, जिसकी गहराई 160 किलोमीटर थी और यह काबुल से लगभग 133 किमी पूर्व की ओर था। इन झटकों के बाद पूरे क्षेत्र में डर का माहौल है। लोग रात के समय भी घरों से बाहर निकलकर खुले मैदानों में शरण लेते दिखे।
अब तक 2200 से अधिक लोगों की मौत
गुरुवार को दिन में भी 4.8 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया था, जो 135 किलोमीटर गहराई में आया। वहीं 4 सितंबर की सुबह 10:40 बजे आए भूकंप से भारी तबाही हुई थी, जिसमें अब तक 2200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 3,000 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। अफगानिस्तान में भूकंप की यह लहर बुधवार देर रात से ही जारी है। 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में NCS ने बताया कि बुधवार रात 11:53 बजे भी 10 किलोमीटर गहराई में एक और भूकंप दर्ज किया गया था, जिससे आफ्टरशॉक की आशंका और अधिक बढ़ गई थी।
कुनार और नंगरहार प्रांतों में भारी तबाही
31 अगस्त को आए भूकंप ने पहले ही कुनार और नंगरहार प्रांतों में भारी तबाही मचाई थी। खामा प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (WFP) ने इन प्रांतों में आपातकालीन राहत पहुंचाई है। राहत सामग्री में खाद्य पैकेट, उच्च-ऊर्जा बिस्कुट और अन्य जरूरी सामान शामिल हैं। WFP ने अतिरिक्त उड़ानों की योजना भी बनाई है ताकि और अधिक राहत सामग्री और कर्मियों को प्रभावित क्षेत्रों में भेजा जा सके।
भारत सरकार ने पहुंचाई मदद
भारत सरकार ने भी इस आपदा के समय अफगानिस्तान की मदद के लिए तत्परता दिखाई है। मंगलवार को विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने 'X' पर जानकारी दी कि भारत की ओर से 21 टन राहत सामग्री हवाई मार्ग से काबुल पहुंचाई गई है। इस सामग्री में कंबल, टेंट, जल शोधन किट, स्लीपिंग बैग, आवश्यक दवाइयां, व्हीलचेयर, सैनिटाइज़र, ओआरएस घोल और रसोई के बर्तन सहित जरूरी वस्तुएं शामिल हैं।