किडनी फेल्योर एक गंभीर लेकिन धीरे-धीरे बढ़ने वाली बीमारी है, जिसके शुरुआती लक्षण अक्सर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। नेफ्रोलॉजिस्ट बता रहे हैं किडनी फेल्योर के 7 अहम संकेत और इससे बचाव के जरूरी उपाय।

किडनी फेल्योर के लक्षण (Img: Google)
New Delhi: किडनी हमारे शरीर का बेहद अहम अंग है, जो खून को साफ करने, विषैले तत्व बाहर निकालने और शरीर में पानी व मिनरल्स का संतुलन बनाए रखने का काम करती है। लेकिन समस्या यह है कि किडनी से जुड़ी बीमारियां अक्सर बिना ज्यादा दर्द या स्पष्ट संकेत के धीरे-धीरे बढ़ती हैं। यही वजह है कि किडनी फेल्योर के शुरुआती लक्षणों को लोग आम थकान या छोटी परेशानी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं।
नेफ्रोलॉजिस्ट के मुताबिक, समय रहते इन संकेतों को पहचान लिया जाए तो किडनी फेल्योर से काफी हद तक बचा जा सकता है।
किडनी फेल्योर के 7 लक्षण जिन्हें लोग अक्सर इग्नोर कर देते हैं
अगर बिना ज्यादा काम किए लगातार थकान बनी रहती है, तो यह किडनी की कमजोरी का संकेत हो सकता है। किडनी ठीक से काम न करे तो शरीर में टॉक्सिन जमा होने लगते हैं, जिससे ऊर्जा कम हो जाती है।
किडनी जब अतिरिक्त पानी और नमक बाहर नहीं निकाल पाती, तो शरीर में सूजन आने लगती है। खासकर पैरों और आंखों के आसपास सूजन को गंभीरता से लेना चाहिए।
पेशाब का रंग गहरा होना, झाग आना, बार-बार पेशाब लगना या बहुत कम पेशाब होना किडनी की समस्या का संकेत हो सकता है।
किडनी खराब होने पर शरीर में अतिरिक्त तरल जमा हो सकता है, जिससे फेफड़ों पर दबाव पड़ता है और सांस लेने में परेशानी होती है।
खून में टॉक्सिन बढ़ने से त्वचा में खुजली, रूखापन और जलन की समस्या हो सकती है, जिसे लोग अक्सर एलर्जी समझकर टाल देते हैं।
किडनी फेल्योर की शुरुआत में भूख कम लगना, उल्टी या मतली महसूस होना आम लक्षण है।
जब शरीर में गंदे तत्व बढ़ते हैं, तो दिमाग पर भी असर पड़ता है। ध्यान केंद्रित न कर पाना और चक्कर आना इसके संकेत हो सकते हैं।
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नेफ्रोलॉजिस्ट के अनुसार, किडनी फेल्योर से बचाव के लिए जीवनशैली में कुछ जरूरी बदलाव बेहद जरूरी हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि किडनी फेल्योर अचानक नहीं होता, बल्कि यह धीरे-धीरे बढ़ने वाली समस्या है। अगर शुरुआती लक्षणों को समय पर पहचान लिया जाए और जांच कराई जाए, तो डायलिसिस या ट्रांसप्लांट जैसी गंभीर स्थिति से बचा जा सकता है।
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इसलिए, अगर ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी लंबे समय तक नजर आए, तो उन्हें नजरअंदाज न करें और तुरंत विशेषज्ञ से सलाह लें। आपकी किडनी आपकी जिंदगी का आधार है, इसकी देखभाल आज करेंगे, तभी भविष्य सुरक्षित रहेगा।