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गुरुग्राम में यूट्यूबर एल्विश यादव पर हुई फायरिंग मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। फरीदाबाद पुलिस ने इस हमले के मुख्य आरोपी इशांत उर्फ इशू गांधी को एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है। मुठभेड़ के दौरान इशांत के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एल्विश यादव (Img: Google)
Faridabad: गुरुग्राम में चर्चित यूट्यूबर एल्विश यादव के घर पर फायरिंग करने वाले मुख्य आरोपी को आखिरकार पुलिस ने दबोच लिया है। फरीदाबाद की क्राइम ब्रांच ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए इशांत उर्फ इशू गांधी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। एनकाउंटर के दौरान इशांत के पैर में गोली लग गई, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस को इशांत की लोकेशन की जानकारी मिलने के बाद कार्रवाई की गई।
कैसे हुआ एनकाउंटर?
दरअसल, पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उन्हें इशांत गांधी के फरीदाबाद क्षेत्र में छिपे होने की पक्की सूचना मिली थी। इसके बाद इलाके में घेराबंदी की गई। पुलिस के पहुंचते ही इशांत ने खुद को बचाने के लिए फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोली चलाई, जिससे इशांत के पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया। उसे तुरंत गिरफ्तार कर नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि 17 अगस्त 2025 को गुरुग्राम के सेक्टर 57 स्थित यूट्यूबर एल्विश यादव के घर के बाहर सुबह करीब 5 बजे फायरिंग की गई थी। सीसीटीवी फुटेज में दो नकाबपोश हमलावर हेलमेट पहनकर घर के बाहर पहुंचे और करीब 24 राउंड फायरिंग की। गनीमत यह रही कि इस हमले में एल्विश या उनके परिवार को कोई चोट नहीं पहुंची। इस हमले ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी।
भाऊ गैंग ने ली थी जिम्मेदारी
हमले के कुछ घंटों बाद ‘हिमांशु भाऊ गैंग’ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि एल्विश यादव बैटिंग ऐप को प्रमोट कर युवाओं को गुमराह कर रहे हैं और कई परिवार बर्बाद हो चुके हैं। इसी कारण उन्हें सबक सिखाने के लिए यह हमला किया गया। हालांकि पुलिस इस दावे की पुष्टि स्वतंत्र रूप से कर रही है।
एल्विश यादव का बयान
फायरिंग के बाद एल्विश यादव ने इस घटना की निंदा करते हुए इसे कायरता बताया था। उन्होंने कहा था कि उन्हें और उनके परिवार को डराने की कोशिश की जा रही है, लेकिन वह पीछे नहीं हटेंगे। इसके बाद पुलिस ने एल्विश के घर की सुरक्षा बढ़ा दी। कुल 8 सुरक्षाकर्मी उनके आवास पर तैनात कर दिए गए हैं। साथ ही उनके परिजनों को विशेष सुरक्षा दी गई है।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए फॉरेंसिक टीम और साइबर सेल को जांच में लगाया है। घटना के समय के सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि इशांत गांधी को जल्द ही कोर्ट में पेश किया जाएगा और उससे पूछताछ कर अन्य आरोपियों की तलाश की जाएगी।
पहले भी विवादों में रहे एल्विश यादव
एल्विश यादव इससे पहले भी विवादों में घिर चुके हैं। पिछले साल उनके खिलाफ सांप के ज़हर की अवैध सप्लाई और रेव पार्टियों में इसके इस्तेमाल का मामला दर्ज हुआ था। इस केस में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था, हालांकि उन्होंने सभी आरोपों को गलत बताया था। यह मामला फिलहाल अदालत में विचाराधीन है।