

टीवी पर धमाकेदार वापसी करने वाला सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी सीजन 2’ अब हर एपिसोड में दर्शकों को नए-नए ट्विस्ट और इमोशन्स की गहराई में ले जा रहा है। एकता कपूर का यह रिवाइवल शो पांचवें एपिसोड में एक ऐसे मोड़ पर पहुंच गया है, जहां ईमानदारी, मजबूरी और रिश्तों की परीक्षा साथ-साथ चलती दिखती है।
‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी सीजन 2’ में आज क्या देखने को मिलेगा (सोर्स इंटरनेट)
Entertainment Desk, New Delhi: टीवी पर धमाकेदार वापसी करने वाला सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी सीजन 2’ अब हर एपिसोड में दर्शकों को नए-नए ट्विस्ट और इमोशन्स की गहराई में ले जा रहा है। एकता कपूर का यह रिवाइवल शो पांचवें एपिसोड में एक ऐसे मोड़ पर पहुंच गया है, जहां ईमानदारी, मजबूरी और रिश्तों की परीक्षा साथ-साथ चलती दिखती है।
एपिसोड की शुरुआत तुलसी की मायूसी से होती है। गायत्री के तानों से वह टूटती दिखती है, लेकिन मिहिर उसे संभालते हैं। मिहिर तुलसी को याद दिलाते हैं कि वह सिर्फ बहू नहीं, बल्कि तीन बच्चों की मां भी है—अंगद, परी और ऋतिक—और उनकी जिम्मेदारियों से भाग नहीं सकती। तुलसी के चेहरे पर यह एहसास गहराई से उतरता है।
इधर, समीर पुलिस के एक ईमानदार अफसर नितिन गोखले के खिलाफ साजिश में जुटा है। जब नितिन ने सीसीटीवी फुटेज के जरिए समीर की सच्चाई उजागर करने की कोशिश की, तो समीर ने उसे 50 हजार की रिश्वत देने का प्रस्ताव रखा। नितिन हिचकता है, लेकिन समीर उसे 5 लाख देने का वादा करके चला जाता है।
नितिन की बीमार मां गिरने का नाटक करती हैं और डॉक्टर महंगी सर्जरी का हवाला देते हैं। इस संकट से घबराकर नितिन की पत्नी वृंदा उसे समीर से पैसे लेने की सलाह देती है। यह सोचकर कि मां की जान बचानी है, नितिन मजबूरी में रिश्वत स्वीकार कर लेता है।
पैसे लेने के बाद नितिन ऑफिस जाकर सीसीटीवी फुटेज डिलीट करता है, लेकिन एक कॉपी पेन ड्राइव में घर ले आता है। यह साफ करता है कि कहीं न कहीं उसकी ईमानदारी अभी मरी नहीं है।
एपिसोड के अंत में एक बड़ा मोड़ आता है, जब वृंदा को अहसास होता है कि अंगद निर्दोष है। अब वह क्या कदम उठाएगी? क्या सच बाहर आएगा? यह जानना अगले एपिसोड को बेहद दिलचस्प बना देता है।